INS Karwar: भारत की समुद्री शक्ति का नया प्रतीक, क्या है भारत का मेगा नेवल बेस INS Karwar. जानिए देश को कैसे होगा फायदा?

saneha verma
3 Min Read

INS Karwar: भारत की समुद्री शक्ति का नया प्रतीक, क्या है भारत का मेगा नेवल बेस INS Karwar. जानिए देश को कैसे होगा फायदा?

Today Haryana : भारतीय नौसेना की बढ़ती क्षमता और सामरिक महत्व को दर्शाता हुआ, INS Karwar नौसैनिक बेस, जिसे आमतौर पर INS Kadamba भी कहा जाता है, देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रहा है। यह बेस न केवल भारतीय नौसेना की ताकत को बढ़ा रहा है, बल्कि इसके विकास से देश की आर्थिक और सामरिक स्थिति में भी सुधार हो रहा है।

प्रोजेक्ट सीबर्ड के तहत विकास

INS Karwar का विकास प्रोजेक्ट सीबर्ड के अंतर्गत किया जा रहा है, जिसके फेज-2ए में इसे और अधिक उन्नत बनाया जा रहा है। इस चरण में दो नए पायर का उद्घाटन किया गया है, जिसमें से एक पायर विशेष रूप से एयरक्राफ्ट कैरियर INS Vikramaditya के लिए है, और दूसरा अन्य युद्धपोतों के लिए। इस उन्नयन से नौसैनिक बेस की क्षमता में वृद्धि होगी, और यह तीन एयरक्राफ्ट कैरियर, 32 पनडुब्बियों और अन्य जंगी जहाजों को डॉक करने में सक्षम होगा।

सुविधाओं का विस्तार

इस बेस में 23 यार्डक्राफ्ट, एक नौसैनिक एयर स्टेशन, नौसैनिक डॉकयार्ड, चार कवर्ड ड्राई बर्थ और 400 बेड का एक अस्पताल भी शामिल होगा। इसके अलावा, फेज-2ए में आठ ऑपरेशनल जेटी, दो रीफिट जेटी, चार कवर ड्राइवर्स और एक पूरी तरह से संचालित डॉकयार्ड का निर्माण किया जा रहा है। इससे अतिरिक्त युद्धपोतों को खड़ा करने की सुविधा मिलेगी।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

INS Karwar की आवश्यकता 1971 के युद्ध के बाद महसूस की गई थी, जब मुंबई हार्बर में भीड़भाड़ बढ़ गई थी। इस बेस की स्थापना साल 2005 में हुई थी, और इसे विकसित करने के लिए कई स्थानों पर विचार किया गया था। अंततः, कर्नाटक के करवर को इसके लिए चुना गया, जो कि पश्चिमी घाट के पास अरब सागर के सामने स्थित है।

सामरिक महत्व

INS Karwar की स्थिति इसे दुनिया के सबसे व्यस्त समुद्री मार्गों के पास रखती है, जो पारस की खाड़ी और पूर्वी एशिया के लिए जहाजों के आवागमन का केंद्र है। इसके अलावा, यह बेस पड़ोसी देशों के हमलावर फाइटर जेट की रेंज से दूर है, जिससे इसकी सुरक्षा और बढ़ जाती है।

इस लेख का उद्देश्य न केवल जानकारी प्रदान करना है, बल्कि भारतीय नौसेना के इस महत्वपूर्ण बेस के बारे में जागरूकता बढ़ाना भी है। INS Karwar का विकास न सिर्फ भारतीय नौसेना को मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि यह देश की समुद्री सीमाओ

Share This Article
Leave a comment