होली का उल्लास: पुष्कर से टोंक तक रंगों की बहार, विदेशी सैलानियों ने जमकर उठाया देसी होली का लुफ्त,

saneha verma
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Portrait Of Young Indian Woman With Colored Face Dancing During Holi

होली का उल्लास: पुष्कर से टोंक तक रंगों की बहार, विदेशी सैलानियों ने जमकर उठाया देसी होली का लुफ्त,

Today Haryana : पुष्कर के मेला मैदान से लेकर टोंक के हीरा चौक तक, राजस्थान ने इस वर्ष भी होली के पावन पर्व को बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया। विदेशी सैलानियों से लेकर स्थानीय निवासियों तक, सभी ने मिलकर इस रंगीन त्योहार का आनंद उठाया।

पुष्कर: विदेशी मेहमानों का देसी अंदाज, तीर्थराज पुष्कर में इस वर्ष होली का जश्न कुछ खास रहा। यहाँ के मेला मैदान में आयोजित होली उत्सव में हजारों देशी-विदेशी पर्यटकों ने डीजे की धुनों पर थिरकते हुए एक-दूसरे पर रंग और गुलाल उड़ाए। रूस और यूक्रेन से आए मेहमानों ने भी इस उत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लिया।

माउंट आबू: हिल स्टेशन पर होली की मस्ती, हिल स्टेशन माउंट आबू में भी होली की धूम रही। यहाँ के मुख्य बाजार में गुजरात समेत अन्य राज्यों से आए पर्यटकों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर गुलाल लगाया और गानों पर नाचे।

झालावाड़ और झालरापाटन: पारंपरिक ‘कपड़ा फाड़’ होली, झालावाड़ और झालरापाटन में पारंपरिक ‘कपड़ा फाड़’ होली का आयोजन किया गया। यहाँ के लोगों ने एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं।

 पुरानी कोड़ा मार होली : टोंक के हीरा चौक में सदियों पुरानी कोड़ा मार होली का उत्सव मनाया गया। यहाँ के स्थानीय लोगों ने बताया कि सोलंकियों के शासन के समय से ही यहाँ कोड़ामार होली की परंपरा है।

राजस्थान के इन विभिन्न शहरों में होली के इस उत्सव को देखकर यह स्पष्ट होता है कि चाहे भाषा का अंतर हो या संस्कृति का, होली का त्योहार सभी को एक सूत्र में बांधता है। इस त्योहार के माध्यम से न केवल रंगों का आदान-प्रदान होता है, बल्कि दिलों को भी एक-दूसरे के करीब लाया जाता है।

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