गेहूं के सुरक्षित भंडारण के लिए उपाय: कीटों से बचाव के प्रभावी तरीके
Today Haryana : नई दिल्ली, गेहूं के सुरक्षित भंडारण के लिए किसानों को नए उपायों का अनुसरण करने की जरूरत है। गेहूं के भंडारण के समय कीटों और रोगों का हमला रोकने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं। इन उपायों का अनुसरण करके किसान अपने उत्पाद को सुरक्षित रख सकते हैं।
कीटों से बचाव के उपाय:
- सुखाना: गेहूं को भंडारण से पहले अच्छे से सुखा लेना चाहिए। दानों में 10-12 प्रतिशत से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए।
- साफ-सफाई: कोठियों और कमरों को अच्छे से साफ करें। छत और दीवारों में दरारों को ठीक करें।
- मैलाथियान का उपयोग: दीवारों और फर्श पर मैलाथियान का घोल छिड़काव करें। इससे कीटों का प्रकोप कम होता है।
- एल्युमिनियम फॉस्फाइड: अनाज की बुखारी में एल्युमिनियम फॉस्फाइड की दो गोलियाँ प्रति टन के हिसाब से रखें। यह कीटों को दूर रखता है।
- जिंक फॉस्फाइड: यदि भंडारगृह में चूहों की समस्या है, तो जिंक फॉस्फाइड का उपयोग करें।
- नीम तेल का घोल: बोरियों को नीम तेल के घोल से उपचारित करें। इससे कीटों के अंडे और लार्वा नष्ट होते हैं।
- नई बोरियाँ: नई बोरियों का उपयोग करें। पुरानी बोरियों को मेलाथियान और पानी के घोल में भिगो कर इस्तेमाल करें।
इन उपायों का अनुसरण करके किसान गेहूं को कीटों और रोगों से बचा सकते हैं और अपने उत्पाद की गुणवत्ता को बनाए रख सकते हैं।
गेहूं के सुरक्षित भंडारण के लिए उपरोक्त उपायों का अनुसरण करना किसानों के लिए महत्वपूर्ण है। इन उपायों से कीटों और रोगों का प्रकोप कम होगा और उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार होगा।