किसानों को कपास की बुवाई के लिए किया गया कृषि विभाग द्वारा सलाह, 20 अप्रैल से कपास की बुवाई का काम शुरू
Today Haryana : नई दिल्ली, देश के कई इलाकों में 20 अप्रैल से कपास की बुवाई का काम शुरू हो जाएगा। पिछले वर्ष कई इलाक़ों में गुलाबी सुंडी से कपास की फसल को काफी नुकसान हुआ था, जिसको देखते हुए कृषि विभाग ने तैयारी शुरू की है। गुलाबी सुंडी की रोकथाम के लिए किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाने का काम राजस्थान सरकार भी कर रही है।
किसानों को बिजाई करने की सलाह
कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार कपास की बुवाई 20 अप्रैल से 20 मई के बीच करना फायदेमंद रहता है। बुवाई से पहले अच्छे बीज का चुनाव जरुरी है। कृषि विभाग और सरकारी अधिकारियों के द्वारा किसानों को बिजाई के समय और तकनीकी जानकारी प्रदान की जा रही है।
गुलाबी सुंडी से कपास को हुआ था नुकसान
पिछले वर्ष राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में गुलाबी सुंडी के कारण कपास की फसल को बड़े स्तर पर नुकसान हुआ था। इस बार भी नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
किसानों को सलाह और जानकारी
किसानों को समय पर बिजाई करने, बीज की मात्रा, उपयुक्त दूरी रखने और बुवाई के तकनीकी पहलुओं की जानकारी कृषि विभाग द्वारा दी जा रही है।
बिजाई के तकनीकी पहलुओं की जानकारी
किसानों को प्रथम सिंचाई के बाद में पौधों से पौधे की दुरी और बुआई के दौरान उपयुक्त सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। बुआई के समय सिफारिश उर्वरक बैसल में अवश्य देना चाहिए।
गुलाबी सुंडी के प्रकोप से बचाव
गुलाबी सुंडी के प्रकोप से बचाव के लिए किसानों को अच्छे बीज का चयन करने की सलाह दी जा रही है।
किसानों को सहायता और जागरूकता
सरकार द्वारा किसानों को सहायता और जागरूकता के लिए विभिन्न तकनीकी जानकारी का प्रदान किया जा रहा है।
कृषि विभाग द्वारा किसानों को बिजाई के समय और तकनीकी पहलुओं की जानकारी प्रदान करने से गुलाबी सुंडी से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। किसानों को सही सलाह और जानकारी प्राप्त करके अपनी फसल की सुरक्षा करनी चाहिए।