Subsidy for Cow: देसी गायों की खरीद पर सरकार दे रही बंपर सब्सिडी, फटाफट यहां करें आवेदन

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Subsidy for Cow: भारतीय अर्थव्यवस्था में कृषि और पशुपालन का विशेष महत्व होता है। इसी कारण से केंद्र और राज्य सरकारें पशुधन, डेयरी, और पशुपालन के क्षेत्र में वर्तमान और उभरते स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।

इसी दिशा में बिहार सरकार ने पूरे राज्य में देसी गाय पालन को प्रोत्साहित करने के लिए ‘देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना 2023-24’ की शुरुआत की है।

इस योजना के अंतर्गत बिहार के किसान और पशुपालक 40 से 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। यह योजना में गौशाला बनाने, मवेशियों की खरीद, और चारा प्रबंधन की लागत पर 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इस संदर्भ में, चलिए जानते हैं कि ‘देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना 2023-24’ क्या है? इस योजना के तहत आवेदन कैसे और कब कर सकते हैं-

क्या है देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना ?

बिहार सरकार ने ‘देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना’ की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य प्रदेश में दुग्ध उत्पादन और देसी गायों की नस्ल को बढ़ावा देना है। इस योजना के अंतर्गत अधिकतम 20 गायों पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी। यहाँ तक कि बिहार के अत्यंत पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति के 75% और अन्य सभी वर्गों के लिए 40% तक सब्सिडी मिलेगी। इस योजना के अंतर्गत, बिहार के ग्रामीण क्षेत्र में किसान और बेरोजगार युवा दो, चार, 15 और 20 देसी गायों या हिफर की डेयरी इकाइयों की शुरुआत कर सकते हैं, और इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। योजना का कार्यान्वयन सभी जिलों में संबंधित ग्राम गोविकास अधिकारी के द्वारा किया जाएगा।

‘देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना’ के तहत, दो देसी गायों या हिफर गायों की डेयरी फार्म शुरु करने पर 2,42,000 रुपये की लागत में सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के किसानों और पशुपालकों को 1,81,500 रुपये की सब्सिडी मिलेगी, जबकि अन्य सभी वर्गों के किसानों और पशुपालकों को 1,21,000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी।

वैसे ही, चार देसी गायों या हिफर गायों की डेयरी फार्म शुरु करने पर 5,20,000 रुपये की लागत में सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के किसानों और पशुपालकों को 3,90,000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी, जबकि अन्य सभी वर्गों के किसानों और पशुपालकों को 2,60,000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी।

यद्यपि, 15 देसी गायों या हिफर गायों की डेयरी फार्म शुरू करने पर 20,20,000 रुपये की लागत होगी। वहीं, इसके तहत सभी वर्गों के किसानों या पशुपालकों को 8,08,000 रुपये की सब्सिडी राशि मिलेगी। इसी तरह, 20 देसी गायों या हिफर गायों की डेयरी फार्म शुरू करने पर 26,70,000 रुपये की लागत होगी। वहीं, इसके तहत सभी वर्गों के किसानों या पशुपालकों को 10,68,000 रुपये की सब्सिडी राशि मिलेगी।

पशुपालकों या किसानों को आवेदन कैसे करें?

‘देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना’ के तहत 75% तक सब्सिडी प्राप्त करने के लिए पशुपालकों या किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए सबसे पहले किसान या पशुपालकों को dairy.bihar.gov.in पर जाना होगा। यहाँ पर दिए गए फॉर्म को ध्यानपूर्वक पढ़ें और भरें। ध्यान दें कि फॉर्म को सही तरीके से भरने के बिना, योजना का लाभ नहीं मिलेगा।

आवेदन की अंतिम तिथि

बिहार के पशुपालकों या किसानों के लिए ‘देसी गौपालन प्रोत्साहन योजना’ के अंतर्गत 1 सितंबर 2023 तक आवेदन करने का अवसर होगा। इसके अलावा, योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया 1 अगस्त 2023 से प्रारंभ हो गई है।

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