भाजपा बनाम कांग्रेस: भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस ने अपने-अपने घोषणा पत्रों में किसानों के लिए बड़े वादे किए
Today Haryana : नई दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस ने अपने-अपने घोषणा पत्रों में किसानों के लिए बड़े वादे किए हैं। इस लेख में हम दोनों पार्टियों के वादों की तुलना करेंगे और उनके बीच के अंतर और समानताओं को सामने लाएंगे।
भाजपा के वादे
भाजपा ने अपने घोषणा पत्र को ‘संकल्प पत्र’ का नाम दिया है और इसे डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के दिन जारी किया। पार्टी ने ‘मोदी की गारंटी’ के नारे के साथ इसे भविष्य के विकसित भारत के लिए रोडमैप के रूप में पेश किया है।
भाजपा ने किसानों के लिए प्राकृतिक खेती पर जोर देने, नैनो यूरिया के उपयोग को बढ़ावा देने और किसान समृद्धि केंद्रों का विकास करने का वादा किया है। इसके अलावा, पीएम मोदी ने भारत को फूड प्रोसेसिंग का हब बनाने और इससे रोजगार के अवसर पैदा करने की बात कही है।
कांग्रेस के वादे
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र को ‘न्याय पत्र’ का नाम दिया है। इसमें पार्टी ने किसानों के लिए ‘किसान न्याय’ की बात कही है।
कांग्रेस ने किसानों के लिए ऋण माफी, बेहतर फसल मूल्य, और खेती के लिए आधुनिक तकनीकों को अपनाने की बात कही है। इसके अलावा, पार्टी ने ग्रामीण विकास और किसानों की आय बढ़ाने के लिए विशेष योजनाओं का वादा किया है।
वादों की तुलना
जहां भाजपा ने प्राकृतिक खेती और नैनो यूरिया पर जोर दिया है, वहीं कांग्रेस ने ऋण माफी और फसल मूल्य में सुधार पर फोकस किया है। दोनों पार्टियों ने किसानों की आय बढ़ाने और ग्रामीण विकास पर बल दिया है।
इस चुनावी मौसम में, किसानों के लिए किए गए ये वादे उनके वोट के लिए एक महत्वपूर्ण कारक साबित हो सकते हैं। अब देखना यह है कि किसान इन वादों को कितना महत्व देते हैं और अपने वोट का इस्तेमाल किस पार्टी के पक्ष में करते हैं।