Today Haryana: हरियाणा में पिछले दिनों हुई बारिश तथा ओलावृष्टि ने अधिकांश किसानों की फसल को बर्बाद कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार बारिश और ओलावृष्टि से आठ लाख एकड़ फसल में 25 प्रतिशत का नुकसान हुआ है। यद्यपि सरकार ने किसानों के लिए हरियाणा क्षतिपूर्ति पोर्टल को शुरू किया है, लेकिन इसमें पांच एकड़ की शर्त ने किसानों को कठिनाई दी है।
डाटा अपलोड नहीं कर पा रहे किसान:
डाटा अपलोड नहीं कर पाने वाले किसानों ने कहा कि पोर्टल पर बहुत समस्या हो रही है जिन किसानों को पांच एकड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। किसान केवल पांच एकड़ से कम क्षेत्रफल का डाटा अपलोड कर सकते हैं। किसान इससे सरकार से नाराज़ हैं।25 एकड़ में गेहूं की खेती है, एक किसान राजेंद्र बालियान ने बताया। बारिश और ओलावृष्टि के कारण मेरी अधिकांश फसल खराब हो गई है, लेकिन मैं पोर्टल पर रिपोर्ट अपलोड करने की कोशिश करने पर पांच एकड़ से अधिक फसल का नुकसान दर्ज नहीं कर पाया।
किसान की सरकार से मांग:
किसान सरकार से फसल नुकसान की सीमा को पांच एकड़ तक बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। असंध विधायक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शमशेर सिंह जोगी ने कहा कि सरकार को क्षतिपूर्ति पोर्टल को फिर से बनाना चाहिए, जिसमें पांच एकड़ की सीमा है। यह “मेरी फसल, मेरा ब्यौरा” पोर्टल के अनुसार लागू होना चाहिए और सरपंच या नंबरदार की उपस्थिति में प्रत्यक्ष गिरदावरी की जानी चाहिए। सरकार किसानों को उचित मुआवजा देने के लिए तैयार होना चाहिए।
CM की अपील:
हरियाणा सरकार ने बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को हुआ नुकसान भरने के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू किया है। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसानों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसलों में हुए नुकसान की जानकारी अपलोड करें। किसानों को इसके लिए 15 मार्च तक का समय दिया गया है।