Kejriwal Update: जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल फिलहाल तिहाड़ जेल में है। हालांकि शराब घोटाला का कैसे अब तक साबित नहीं हो पाया है इसलिए वह गुनहगार नहीं है ED में केवल उन्हें हिरासत में रखा हुआ है। ऐसे में आम आदमी पार्टी के अन्य नेता कण भी तिहाड़ में मौजूद है।
आपको बता दे बुधवार 3 अप्रैल रात 8:30 बजे, संजय सिंह को तिहाड़ जेल से रिहा किया गया। छूटते ही उन्होंने एक ऐसा तगड़ा बयान दिया है जो सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। बाहर आते ही उन्होंने मीडिया के सामने कहा जेल के तले टूटेंगे, केजरीवाल छूटेंगे…
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं ED लगभग सभी नेतागणों की कुंडली निकाल रही है। ऐसे में कई नेताओं को जेल की हवा खानी पड़ी है। इन्हीं में एक नाम है संजय सिंह। आपको बता दे यह राज्यसभा सांसद है जो की 181 दिनों के बाद बिहार जेल से रिहा हुए हैं। इन्हें 3 अप्रैल बुधवार रात 8:30 बजे तिहाड़ जेल से रिया किया गया। आपको बता दे 1 घंटे की कहानी के बाद सलाखों के बाहर नज़र आए। आते ही उन्होंने पॉलिटिक्स की बातें शुरू कर दी और कहा किसी भी कीमत पर अरविंद केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे। केवल इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि जेल के तले टूटेंगे, केजरीवाल छूटेंगे।
इन शर्तों पर हुई है संजय सिंह की रिहाई:
सबसे पहले तो आपको बता दे तिहाड़ जेल में आप पार्टी के अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद है। बुधवार को कोर्ट से जज कावेरी बावेजा ने इन्हें कुछ मुख्य शर्तों पर रिहा किया है। कोर्ट के सख्त आर्डर दिए गए हैं कि वे सबूत के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करेंगे बल्कि पुलिस और ED को पूरी तरह से पूछताछ और कार्रवाई के लिए सहयोग करेंगे। कोर्ट ने ₹200000 का निजी मचा का और ₹200000 की जमानत जमा करने के लिए भी कहा है। केवल इतना ही नहीं बल्कि संजय सिंह से हम पासपोर्ट जमा करने और हमेशा ही मोबाइल लोकेशन को चालू रखने के लिए भी कहा गया है। इन तमाम शर्तों को करने के बाद 181 दिन पर संजय सिंह को रिहाई मिली है।
तिहाड़ से बाहर आते ही दिखाई सबको सच्चाई:
जेल से छुट्टी हैं संजय सिंह ने सबके सामने ED और भाजपा को एकजुट होने का आरोप लगाया। केवल इतना ही नहीं बल्कि इसी संदर्भ में उन्होंने कहा है कि जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी है वह भाजपा का उतना बड़ा पदाधिकारी है। जेल से बाहर आती है संजय सिंह ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता 6 महीने तक गलियों में घूम घूम कर लोगों को हेमंत विश्वास शर्मा के घोटाले के बारे में बता रहे थे इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें गले लगाकर असम का सीएम बना दिया है।
असम के लोग भोले हैं वे इन सब बातों को नहीं समझ पा रहे हैं। यहां तक की यह लोग अजीत पवार पर 70000 रुपए के घोटाले का आरोप लगाते हैं तो मोदी जी ने इन्हें भी गले लगा कर अपने यहां शरण दे दी। एक बार केजरीवाल के बाहर आते ही इन सभी सच्चाइयों के साथ सवाल खड़े किए जाएंगे।