राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार से सम्मानित हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रोजड़ी के शिक्षक जगरूप सिंह. 

saneha verma
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राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार से सम्मानित हुए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रोजड़ी के शिक्षक जगरूप सिंह.                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                     Today Haryana : राजस्थान, रावलामंडी के निकटवर्ती गांव रोजड़ी के पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत भूगोल के व्याख्याता जगरूप सिंह को उनकी अद्वितीय शिक्षण शैली और नवाचारी पहलों के लिए दिल्ली में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रीय रचनाकार पुरस्कार से नवाजा गया। इस पुरस्कार की घोषणा ने शिक्षा क्षेत्र में उनके योगदान को राष्ट्रीय मंच पर सराहा गया।

जगरूप सिंह की इस उपलब्धि पर स्कूल के प्रधानाचार्य विनोद बेनीवाल सहित समस्त शिक्षक स्टाफ और छात्रों ने उन्हें फूलों की माला पहनाकर और मिठाइयां बांटकर उनका जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर जगरूप सिंह ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में उनकी पहलों को पहचान मिलना उनके लिए बेहद गर्व की बात है।

उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार का उद्देश्य कहानी सुनाने, सामाजिक परिवर्तन की वकालत, पर्यावरणीय स्थिरता, शिक्षा और गेमिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता और प्रभाव को पहचानने के लिए है। उनका चयन इस पुरस्कार के लिए सोशल मीडिया पर 11वीं और 12वीं की एनसीईआरटी की पुस्तकों पर आधारित वीडियोज और नवाचारों के प्रचार-प्रसार के लिए किए गए उनके अनूठे प्रयासों के आधार पर हुआ।

प्रधानाचार्य बेनीवाल ने इस उपलब्धि को स्कूल और समुदाय के लिए एक मील का पत्थर बताया और कहा कि जगरूप सिंह की यह सफलता अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।

इस सम्मान समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाग लिया और सभी प्रतिभागियों को संसद भवन के भारत मंडपम में संबोधित किया। उन्होंने युवाओं से इंटरनेट और शिक्षा के क्षेत्र में दक्षता हासिल करने और इसे शिक्षार्थ के लिए सदैव समर्पित रहने का आह्वान किया।

जगरूप सिंह की इस उपलब्धि ने न केवल उनके गांव रोजड़ी का नाम रोशन किया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और प्रयासों की सराहना की जा रही है। उनकी यह सफलता अन्य शिक्षकों को भी नवाचारी और सृजनात्मक शिक्षण तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी और शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करेगी।

 

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