हरियाणा के सवा पांच लाख किसानों को मिली बड़ी राहत, 1080.96 करोड़ का ब्याज माफ

Rakesh Gusaiana
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Loan Wavier in Haryana: हरियाणा राज्य सहकारी अपैक्स बैंक (हरको) ने प्रदेश के छोटी जोत के 5 लाख 25 हजार 784 किसानों के लिए 1080.96 करोड़ के ब्याज को माफ करने का निर्णय लिया है। वे किसान जिन्होंने अपने फसली ऋण की समय पर भुगतान किया है, को तीन प्रतिशत ब्याज राहत केंद्र से प्राप्त होती है, और इसके अलावा चार प्रतिशत की दर से ब्याज राहत का लाभ हरियाणा सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है।

नई तकनीक का इस्तेमाल लाने के निर्देश दिए

अब राज्य के प्रत्येक किसान को ब्याज रहित फसली ऋण प्रदान किया जा रहा है, जिसे हरको बैंक बढ़ाने के लिए तैयार है। हरको बैंक के चेयरमैन हुकम सिंह भाटी ने बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में बैंक की 56वीं वार्षिक आम सभा में बैंक अधिकारियों को कार्यप्रणाली में तेजी, पारदर्शिता और नई तकनीक का इस्तेमाल लाने के निर्देश दिए। हुकम सिंह ने किसानों से कहा कि वे समय से फसली ऋण की अदायगी करें।

बैंक क‍िसानों को फसली ऋण देने को तैयार

बैंक उन्हें फिर से फसली ऋण देने को तैयार है। बैंक के पास पैसे की कमी नहीं है, लेकिन पिछले ऋणों का भुगतान जरूरी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिक से अधिक किसानों को फसली ऋण देने के निर्देश दिए हैं। पूंजी का आवागमन बना रहे, इसलिए जरूरी है कि पुराने ऋणों का भुगतान किया जाए। किसानों के लिए यह मुश्किल इसलिए नहीं है, क्योंकि इसके ब्याज का भुगतान उन्हें नहीं करना पड़ रहा है।

बैठक में हरको बैंक की वित्तीय स्थिति पर रिपोर्ट की गई पेश

बैठक में हरको बैंक की वित्तीय स्थिति पर रिपोर्ट पेश की गई। बैठक के बाद हुकम सिंह भाटी ने बताया कि साल 2022-23 के दौरान बैंक ने 88.52 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है, जो कि पिछले साल के 67.84 करोड़ रुपये से 30.48 प्रतिशत अधिक है। बैंक की जमा राशियों में भी बढ़ोतरी हुई है। यानी लोगों ने बैंक के प्रति अपना भरोसा जताया है।

कार्यशील पूंजी में भी हुई बढ़ोतरी

31 मार्च 2023 को बैंक की जमा राशि बढ़कर 5280.47 करोड़ हो गई, जो कि इससे पिछले साल 3824.68 करोड़ रुपये थी। बैंक की कार्यशील पूंजी में भी बढ़ोतरी हुई है। यह साल 2022-23 में 11 हजार 924 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।

हरको बैंक के प्रबंध निदेशक आइएएस ए श्रीनिवास ने बताया कि लोगों को त्वरित सेवाएं देने के लिए हरको बैंक, केंद्रीय सहकारी बैंकों तथा इनकी सभी शाखाओं को कोर बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा जा चुका है, जिसमें प्राइवेट व सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा दी जाने वाली तमाम सुविधाएं शामिल हैं।

बैंक के कोष का हो सकेगा सही इस्‍तेमाल

श्रीनिवास ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सहकारी बैंकों को कृषि क्षेत्र के अतिरिक्त अपने ऋण वितरण विभिन्न मदों में किए जाने वाले प्रविधानों को बेहतर करने होंगे। इससे बैंक के कोष का सही इस्तेमाल हो सकेगा। अतिरिक्त रजिस्ट्रार सहकारी समितियां नरेश गोयल ने सुझाव दिया कि राज्य में कम से कम प्रथम चरण में 100 सामान्य सेवा केंद्रों की शुरूआत की जानी चाहिए। वित्त सलाहकार किरण लेखा वालिया ने बैंक की आर्थिक स्थिति पर संतोष व्यक्त किया।

कंप्यूटीकरण का कार्य 31 दिसंबर तक किया जाएगा पूरा

नाबार्ड के उप महाप्रबंधक राजेश दत्ता ने कहा कि राज्य की सभी पैक्स के कंप्यूटीकरण का कार्य 31 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाना चाहिए। चेयरमैन हुकम सिंह भाटी ने बैंक अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि किसानों को ऋणों की अदायगी के लिए जागरूक किया जाए। उन्हें ऋण वापस करने के बाद बैंक द्वारा दिए जाने वाले दोबारा ऋणों की जानकारी मिले, ताकि वह अधिक से अधिक भुगतान के लिए प्रेरित हो सकें।

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