खेती में नई उम्मीद: भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित नई उन्नत किस्म “एनआरसी 152” ने किसानों को नई आशा दी

saneha verma
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खेती में नई उम्मीद: भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित नई उन्नत किस्म “एनआरसी 152” ने किसानों को नई आशा दी

Today Haryana : सोयाबीन के किसानों के लिए खुशखबरी है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित नई उन्नत किस्म “एनआरसी 152” ने किसानों को नई आशा दी है। यह किस्म मात्र 90 दिनों में पक जाती है और एक हेक्टर से 38 क्विंटल तक का उत्पादन दे सकती है।

सोयाबीन की उन्नत किस्म “एनआरसी 152” की खासियतों के बारे में बताते हुए, संस्थान के वैज्ञानिकों ने बताया कि यह किस्म कठिन मौसम और कम वर्षा की परिस्थितियों में भी अच्छे उत्पादन कर सकती है। इसके अलावा, इसके बीज बुवाई के बाद मात्र 90 दिनों में पक जाते हैं।

इस नई किस्म के लाभ को सोयाबीन के किसानों के साथ साझा करते हुए, इंदौर कृषि विकास केंद्र के प्रमुख डॉ. राहुल शर्मा ने कहा, “एनआरसी 152 की खेती से किसानों को मिलेगा अधिक मुनाफा और कम लागत। इसके साथ ही, यह किस्म प्रमुख रोगों से मुक्त है और कम वर्षा में भी अच्छे उत्पादन कर सकती है।”

सोयाबीन के उत्पादन के बारे में जानकारी देते हुए, विशेषज्ञों ने बताया कि भारत में वार्षिक 120 लाख टन सोयाबीन उत्पादित होती है। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सोयाबीन की खेती सबसे ज्यादा होती है।

पिछले साल, मध्य प्रदेश में सोयाबीन के किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद, इस साल किसानों ने बेहतर उत्पादन किया है। मध्य प्रदेश में 52 लाख टन और महाराष्ट्र में 48 लाख टन सोयाबीन उत्पादित किया गया है।

विशेषज्ञों का मानना ​​है कि नई उन्नत किस्म “एनआरसी 152” के बाजार में आने से सोयाबीन के किसानों को नई उम्मीद मिलेगी और उनकी आय में वृद्धि होगी।

कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:

  • एनआरसी 152 की उत्तम खेती के लिए न्यूनतम 90 दिनों की अवधि है।
  • यह किस्म कम वर्षा और अन्य पर्यावरणीय परिस्थितियों में भी उत्पादन कर सकती है।
  • इसके बीज बुवाई के बाद मात्र 90 दिनों में पक जाते हैं और अच्छे उत्पादन कर सकते हैं।

सोयाबीन के किसान इस नई उन्नत किस्म को अपने खेतों में बोने और अधिक मुनाफा कमाएं। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए स्थानीय कृषि कार्यालय या सिड्स कंपनी से संपर्क करें।

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