उड़द दाल की खेती: बढ़ते किसानों के लिए आय बढ़ाने का नया तरीका, देखीय…

saneha verma
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उड़द दाल की खेती: बढ़ते किसानों के लिए आय बढ़ाने का नया तरीका, देखीय…

Today Haryana;  ग्रामीण क्षेत्रों  में उड़द दाल की खेती करने से किसानों को नई राह मिल रही है। उड़द की खेती के लिए सही समय और तकनीक के बारे में जानकारी बढ़ाने के लिए हम आपको एक विस्तृत जानकारी प्रदान कर रहे हैं।

उड़द दाल की खेती का सही समय और तरीका

गर्मियों के मौसम में उड़द दाल की खेती करना किसानों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इस दौरान उड़द की मांग बाजार में बनी रहती है और इसकी कीमत भी उच्च रहती है। उड़द की खेती के लिए सबसे उपयुक्त समय गर्मियों का होता है। अप्रैल के पहले सप्ताह में बुआई करना उड़द की उत्तम विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है।

मिट्टी का चयन

उड़द की बुवाई के लिए हल्की रेतीली, दोमट या मध्यम प्रकार की भूमि जिसमें पानी का निकास अच्छा हो, उसे अधिक उपयुक्त माना जाता है। बुवाई से पहले, भूमि को अच्छे से तैयार करें और उड़द के लिए प्रयुक्त मिट्टी का चयन करें।

बुवाई का तरीका

उड़द की खेती में बुआई की दूरी 30 सेंटीमीटर होनी चाहिए और पौधों की दूरी 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए। बीज को 4 से 6 सेंटीमीटर की गहराई पर बोएं। खेत में बुवाई के समय नियमित सिंचाई का ध्यान रखें।

कीटों और रोगों से बचाव

उड़द की फसलों में कीट और रोग का खतरा होता है, इसलिए समय पर इसका प्रबंधन करना जरूरी है। रोगों की पहचान करें और उनका इलाज करें ताकि फसल सुरक्षित रहे।

अंतिम विचार

उड़द दाल की खेती करने से किसानों को मालामाल करने का एक नया तरीका मिल रहा है। गर्मी के मौसम में उड़द की खेती करने से अधिक उत्पादन और लाभ की संभावनाएं होती हैं। उड़द की खेती में सही तकनीकों का प्रयोग करें और अच्छे नतीजे पाएं।

 

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