किसानों को अनुदान प्राप्त करने का एक और मौका: ऑनलाइन कृषि यंत्र खरीद

saneha verma
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किसानों को अनुदान प्राप्त करने का एक और मौका: ऑनलाइन कृषि यंत्र खरीद

Today Haryana : खेती के क्षेत्र में तकनीक का प्रयोग करने के लिए किसानों को अब एक और सुविधा मिल रही है। विभाग की ओर से किसानों को ऑनलाइन कृषि यंत्रों की खरीद पर अनुदान दिया जा रहा है। इस प्रकार, किसान अपनी खेती को और अधिक उत्तम बनाने के लिए नवीनतम तकनीक का उपयोग कर सकते हैं।*

विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करें:

इस योजना के तहत, किसानों को पहले विभाग के पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसके तहत किसान पांच मई तक आवेदन कर सकते हैं। इस सरल प्रक्रिया के माध्यम से, किसान अपने लाभ के लिए आवेदन कर सकते हैं।*

अनुदान पर कृषि यंत्रों की खरीद:

पिछले वर्ष, 108 प्रकार के कृषि यंत्रों की खरीद पर किसानों को अनुदान दिया गया था, लेकिन इस बार यह संख्या 75 रह गई है। किसानों को 40 से लेकर 80 फीसद तक अनुदान प्राप्त होगा। अतिरिक्त रूप से, स्थानीय कृषि यंत्रों की खरीद पर भी 10 फीसद अनुदान का प्रविधान है।*

आवेदन प्रक्रिया:

इसके लिए किसानों को पहले कृषि विभाग के पोर्टल पर जाकर ओएफएमएस को खोलना होगा। जरूरी कागजात भरने के बाद, जमीन का एलपीसी और रसीद अपलोड करना होगा। पूरी प्रक्रिया के बाद, आवेदन को कृषि समन्वयक के स्तर पर सत्यापित किया जाएगा और चयनित होने पर किसानों को वर्क आर्डर इशू किया जाएगा।*

खर्च की जानकारी:

किसानों को अनुमानित दर पर कृषि यंत्र के लिए एक करोड़ 71 लाख रुपए का खर्च किया जाएगा। इसमें फसल प्रबंधन के यंत्रों, हर्वेस्टिंग प्रोसेसिंग वन नियंत्रण पर, बोआई करने वाले कृषि यंत्रों, और पोस्ट हार्वेस्टिंग के यंत्रों पर अनुदान दिया जाएगा।*

नई तकनीक और कृषि यंत्रों की जानकारी:

किसानों को नई तकनीक और कृषि यंत्रों की जानकारी देने के लिए दो कृषि यंत्रीकरण मेला आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, 900 से अधिक किसानों को मैन्युअल एग्रीकल्चर किट भी बांटे जाएंगे, जिसके लिए किसानों को महज दो सौ रुपए जमा करने होंगे।*

इस योजना के माध्यम से, किसानों को तकनीकी सहायता और समर्थन प्रदान किया जा रहा है, जो उन्हें उनकी खेती को मोद्दे तक पहुँचाने में मदद करेगा। इससे न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि यह उनकी खेती की उत्पादकता और गुणवत्ता को भी बढ़ावा देगा।

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