प्याज की खेती करते समय किसान भाई ध्यान रखें ये बातें, नहीं तो हो सकता है नुकसान..

saneha verma
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प्याज की खेती करते समय किसान भाई ध्यान रखें ये बातें, नहीं तो हो सकता है नुकसान..

Today Haryana :प्याज की खेती,भारतीय कृषि क्षेत्र में प्याज का विशेष स्थान है। इसकी खेती से न केवल आर्थिक समृद्धि आती है, बल्कि यह हमारे भोजन का भी एक महत्वपूर्ण अंग है। प्याज में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं। इसकी खेती करते समय किसानों को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे उन्हें उच्चतम लाभ हो सके।

मिट्टी और जलवायु: प्याज की खेती के लिए दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है, जिसका पीएच मान 6.0 से 7.0 के बीच होना चाहिए। इसमें अच्छी जल निकासी की व्यवस्था भी आवश्यक है।

बीज का चयन: अच्छी किस्म के बीज का चयन करें और बुवाई से पहले उन्हें 24 घंटे पानी में भिगो दें। बीजों को 2-3 सेंटीमीटर गहराई में बोएं।

सिंचाई: प्याज की फसल को नियमित रूप से सिंचाई की जरूरत होती है, लेकिन ध्यान रखें कि मिट्टी अत्यधिक गीली न हो जाए।

रोग और कीट प्रबंधन: प्याज की फसल को कई रोगों और कीटों का खतरा होता है। इसलिए फसल को रोगों और कीटों से बचाने के लिए उचित उपाय करें और जरूरत पड़ने पर एक्सपर्ट्स की सलाह लें।

कटाई और संग्रहण: फसल तैयार होने पर कटाई करें और प्याज को अच्छी तरह से सुखा लें। इसे ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करें।

 

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