एसडीएम ज्योति मौर्य मामला, आलोक के पिता का झलका दर्द, बहू पर जड़े गंभीर आरोप

एसडीएम ज्योति मौर्य मामला, आलोक के पिता का झलका दर्द, बहू पर जड़े गंभीर आरोप
Today Haryana : एसडीएम ज्योति मौर्य मामला दिनों दिन तुल पकड़ा ही जा रहा है। आलोक के ससुराल पक्ष व परिवार की तरफ से इस मामले को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहें हैं। पति आलोक ने ज्योति मौर्य पर गंभीर आरेाप लगाते हुए कहा है कि ज्योति एक व्यक्ति के साथ अफेयर चल रहा हैए इस अफेयर के चलते अब वह मेरे साथ नही रहना चाहती है। वहीं ज्योति मौर्य के पिता ने आलोक व ज्योति मौर्य का शादि कार्ड सामने लाकर कहा है कि आलोक के परिजनों ने हमसे झूठ बोलकर ज्योति से शादी की थी। उन्होने आलोक पर आरोप लगाते हुए कहा कि शादी से पहले आलोक सफाई कर्मचारी न बताकर पंचायत अधिकारी बताया गया था। उन्होने कहा कि हमसे झूठ बोलकर शादी की थी।
वहीं इस मामले में आलोक के पिता ने बहू पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होने कहा कि बहू ज्योति जो भी कदम उठा रहींए वो गलत समाज की दृषिकोण से गलत है। उसे ऐसा नही करना चाहिए था। किसी अन्य व्यक्ति से अफेयर होने की निंदा करते हुए आलोक के पिता मुरारी मौर्य बेटे आलोक व बहू ज्याति के दो बच्चे हैंए उनके जीवन का क्या होगा उनका भविष्य सुधरने की बजाए बिगड़ने की कगार पर चला जाएगा। आलोक ने कई साल तक अपनी मेहनत की कमाई खर्च पर ज्योति को पढ़ायाए इस काबिल बनाया, अब अगर उसके साथ ऐसा होता है तो सामाजिक दृष्टि से ये बेहद गलत है।
'लोग बहुओं की पढ़ाई पर सवाल उठाने लगे हैं'
ज्योति-आलोक के विवाद पर बात करते गांव के लोग.
लोगों ने कहा कि आलोक मौर्य और उनके पिता मुरारी मौर्य ने जिस तरह से संसाधन जुटाकर ज्योति मौर्य को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराई, ऐसे में उनका क्या होगा. आने वाले समय में बहुओं को पढ़ाने पर प्रश्नचिन्ह उठने लगे हैं.
गांव वालों से बातचीत में जब पूछा गया कि क्या शादी के कार्ड पर सफाईकर्मी को ग्राम विकास अधिकारी लिखा गया. इसके जवाब में गांव वालों ने कहा कि गांव में किसी भी कार्ड पर किसी पद का जिक्र नहीं था. हमारे गांव में आलोक की शादी के कार्ड में सिर्फ आलोक का ही नाम लिखा था. जिस कार्ड की चर्चा हो रही है, वह कार्ड खुद लड़की वालों ने बांटा था, जिसका उन्हें संज्ञान भी नहीं है.
ज्योति मौर्य की ससुराल में लगी नेम प्लेट.
शादी के कार्ड को लेकर ज्योति मौर्य के पिता ने क्या कहा?
ज्योति मौर्य के पिता पारसनाथ मौर्य ने कहा है कि ज्योति की शादी के समय आलोक के परिजनों की ओर से जानकारी दी गई थी कि आलोक ग्राम पंचायत अधिकारी है. शादी के कार्ड पर भी छपवाया गया था, जबकि आज आलोक खुद कह रहा है कि वह चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी है, सफाईकर्मी है. इन लोगों ने झूठ बोलकर धोखा किया था.
मेघनगर तहसील का बछवल गांव इन दिनों सुर्खियों में है. दरअसल, मामला पीसीएस अधिकारी का है. इस गांव के रहने वाले आलोक मौर्य की शादी वाराणसी के चिरईगांव की रहने वाली ज्योति मौर्य से हुई थी. साल 2010 में ज्योति मौर्य ने पहले शिक्षक का पद हासिल किया, इसके बाद साल 2016 में पीसीएस अफसर बन गईं. साल 2016 से लेकर 2022 तक पति पत्नी के संबंध ठीक-ठाक रहे. इस दौरान ज्योति के दो बेटियां हुईं, जिनका पालन पोषण अच्छे से चल रहा है.
2023 की शुरुआत से दोनों के बीच हो रहा विवाद
साल 2023 की शुरुआत से उपजा विवाद सुर्खियों में है. ज्योति के पति आलोक कुमार ने आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी ज्योति मौर्य उनके साथ वैवाहिक जीवन से हटकर दूसरे व्यक्ति के साथ जीवनयापन करना चाहती हैं. इसको लेकर जब आलोक मौर्य ने विरोध किया तो उसका जवाब भी ज्योति मौर्य ने अपने तरीके से देते हुए इस प्रकरण पर सवाल खड़े कर दिए.