Haryana News: क्या आप जानते है? आधे घंटे हुक्के के कश से कम हो जाते हैं जिंदगी के 7 घंटे

Haryana News: क्या आप जानते है? आधे घंटे हुक्के के कश से कम हो जाते हैं जिंदगी के 7 घंटे
Today Haryana : शहरों में चल रहे अवैध हुक्का बार कैंसर का कारण बन सकते हैं। लंबे समय तक यह शौक जानलेवा हो सकता है। बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू की तरह ही फ्लेवर्ड हुक्का भी उतना ही नुकसानदायक है। पुलिस प्रशासन की ओर से पिछले दो महीने में 26 हुक्का बार पर कार्रवाई की गई है। इन हुक्का बार मालिकों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। तंबाकू को लेकर जागरूकता अभियान की जरूरत है।
अवैध हुक्का बार लोगों को कैंसर बांट रहे हैं। यह नशा युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है। शुरुआत में युवा इसे टशन के तौर पर उपयोग करते हैं। धीरे-धीरे इसकी लत का शिकार हो जाते हैं। शहर में कॉफी हाउस के साथ अवैध हुक्का बार खोले जा रहे हैं। पुलिस की ओर से इनके खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक के जनसंपर्क अधिकारी सज्जन सिंह ने बताया कि 15 से 20 साल की आयु के युवा हुक्का बार में सबसे अधिक पहुंच रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई में नौंवी से लेकर बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थी भी हुक्का बार में मिल रहे हैं। ऐसे युवाओं को समझा कर उनके परिवार को आगाह किया जाता है।
एक बार आधे घंटे हुक्के के कश, जिंदगी के 7 घंटे कम
स्वास्थ्य महानिदेशक की ओर से मिली जानकारी ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे इंडिया 2020-21 की रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में 7.3 प्रतिशत लोग तंबाकू तथा तंबाकू उत्पादों सिगरेट, बीड़ी और हुक्के का सेवन करते हैं। हरियाणा में 19.7 प्रतिशत और चंडीगढ़ में 9.4 प्रतिशत लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। 15 साल से ऊपर के आयु वर्ग के लोग तंबाकू का सेवन सबसे अधिक करते हैं। युवाओं में हुक्का पीने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। एक बार हुक्के को आधे घंटे में पीने से तीन डिब्बी सिगरेट पीने जितना धूम्रपान होता है। एक सिगरेट व्यक्ति के जिंदगी के 15 मिनट खत्म कर देती है। इस लिहाज से एक बार आधे घंटे तक हुक्के के कश लगाना आपके जीवन के 7 घंटे खत्म कर देता है।
वर्जन
तंबाकू के कारण ब्रेन स्ट्रोक, दिल की बीमारियां, कैंसर का खतरा रहता है। अगर कोई व्यक्ति 15 से 20 साल की आयु में धूम्रपान शुरु देता है तो 40 साल की आयु तक वह कैंसर ग्रस्त हो सकता है। खाने वाला तंबाकू भी उतना ही खतरनाक है। सिगरेट, बीड़ी पीने वाले व्यक्ति के साथ बैठने पर भी जो धुआं हमारे अंदर जाएगा उसका भी सिगरेट बीड़ी पीने जितना नुकसान होगा।
डॉ. कपिल कुमार, कैंसर विशेषज्ञ, हिसार