todayharyana

महिला सरपंच को अभय चौटाला का अभिनंदन करना पड़ा महंगा, पति का हुआ नूंह तबादला

Woman sarpanch had to congratulate Abhay Chautala dearly, husband was transferred to Nuh
 | 
महिला सरपंच

महिला सरपंच को अभय चौटाला का अभिनंदन करना पड़ा महंगा, पति का हुआ नूंह तबादला   

चंडीगढ़: बिजली विभाग में कार्यरत एक लाइनमैन को उसकी सरपंच पत्नी द्वारा विपक्षी नेता अभय सिंह चौटाला का स्वागत करना महंगा पड़ गया। रानियां के निर्दलीय विधायक व बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला पर आरोप है कि उन्होंने नाराज होकर सरपंच के पति को 350 किलोमीटर दूर नूंह डिवीजन में स्थानांतरित करवा दिया, जबकि जहां वह कार्यरत है, वहां एक दर्जन से अधिक पद खाली हैं।

स्थानांतरण रद करवाने के लिए हाई कोर्ट से लगाई गुहार
बिजली विभाग में लाइनमैन के पद पर कार्यरत प्रभावित पति मदन लाल ने अपना स्थानांतरण रद करवाने के लिए हाई कोर्ट से गुहार लगाई है। हाई कोर्ट में अपने वकील संदीप गोयल के माध्यम दायर याचिका में मदन लाल ने बताया कि याचिकाकर्ता एक लाइनमैन के रूप में कार्यरत है और वर्तमान में जिला सिरसा के सब-डिवीजन दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम पंजुआना में तैनात है। लाइनमैन का पद ग्रुप-सी का पद है।

हरियाणा परिवर्तन पद यात्रा का किया स्‍वागत
14 जून 2023 को याचिकाकर्ता की पत्नी कविता रानी, जो वर्तमान में ग्राम साहूवाला-वन की सरपंच है, उसने गांव की प्रधान होने के नाते हरियाणा परिवर्तन पद यात्रा का स्वागत किया। यात्रा का नेतृत्व अभय सिंह चौटाला कर रहे थे, जिनका महिला सरपंच ने अभिनंदन किया। याचिकाकर्ता का गांव रनिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां से विधायक रणजीत सिंह चौटाला हैं।

मंत्री रणजीत चौटाला हुए नाराज
याचिकाकर्ता की पत्नी द्वारा इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय चौटाला का स्वागत करने के कारण मंत्री रणजीत चौटाला नाराज हो गए और उन्होंने दुर्भावनापूर्ण तरीके से कार्य करते हुए उसको नूंह डिवीजन में स्थानांतरित करवा दिया। यह स्थान याचिकाकर्ता के वर्तमान पोस्टिंग स्थान से लगभग 350 किमी दूर है। याची सब डिवीजन पंजुआना में कार्यरत है जहां लाइनमैन के 26 पदों में से 13 पद खाली हैं और सहायक लाइनमैन के 67 पदों में से 64 पद खाली हैं।

तकनीकी स्टाफ की भारी कमी
इससे पता चलता है कि वर्तमान तैनाती स्थल पर लाइनमैन एवं सहायक लाइनमैन के तकनीकी स्टाफ की भी भारी कमी है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि उसका तबादला केवल राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण हुआ है इसलिए उसका तबादला आदेश रद किया जाए।

याचिका में एसीएस बिजली विभाग, एमडी डीएचबीवीएन, अवर सचिव डीएचबीवीएन और बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला प्रतिवादी बनाया गया है। यह याचिका हाई कोर्ट की रजिस्ट्री में दायर कर दी गई है और जल्दी ही सुनवाई के लिए सूचीबद्ध हो सकती है।