2014-2021 तक हरियाणा सरकार मेंं 200 करोड़ रूपए का चावल घोटाला, इस साल 38 करोड़ का घोटाला: कुमारी सैलजा
Rice scam of Rs 200 crore in Haryana government from 2014-2021, scam of Rs 38 crore this year: Kumari Selja

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव व हरियाणा कांग्रेस कमेटी की पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की नाक के तले अफसर व राइस मिलर्स हर साल करोड़ों रूपए के चावल घोटाले को अंजाम दे रहे हैं। साल 2014 में भाजपा की सरकार बनने से साल 2021 तक 200 करोड़ का चावल घोटाला सामने आ चुका है। अब इस साल 38 करोड़ रूपए और डकार लिया गया है। सिर्फ कागजी खानपूर्ति कंप्लीट करने के लिए पुलिस में शिकायत देने की बात कही जा रही है। मिडिया को जारी ब्यान में कुमारी सैलजा ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले करनाल के मिलर्स ने धान खरीद का एक साल बीतने के बाद भी 38 करोड़ रूपए से अधिक का चालव अभी तक वापिस सरकार को जमा नहीं करवाया है। नियमों को ताक पर रखते हुए अफसर भी बार-बार इसे जमा क राने का समय बढ़ाने का खेल खेलते रहे हैं। मिलर्स का प्रयास था कि वे धान की तैयार हो रही फसल को खरीद कर ही सरकार को चावल दें। क्योंकि सरकार के लिए धान से निकाला गया चावल वे पहले ही मंहगे दामों पर ओपन मार्किट में बेच चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2014 में भाजपा की सरकार बनने के बाद से साल 2021 के बीच 200 करोड़ रूपए का चावल मिलर्स जमा कराने में विफल रहे। यह चावल भी अफसरों व मिलर्स की मिलीभगत और सरकार में बैठे लोगों के आशीर्वाद के चलते घोटाले की भेंट चढ़ गया। सरकार ने सिर्फ एफ.आई.आर. दर्ज कराने की खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं किया। अब फिर इसी पैटर्न पर 18 करोड़ से अधिक के घोटाले को अंजाम दे दिया गया है।
आंगनवाड़ी व स्कलों मेंं दिए जाने वाले चावल के 111 सैंपल फेल
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों विभिन्न योजनाओं के तहत आंगनवाड़ी, स्कूल आदि में बांटे जाने वाले फोर्टिफाइड चावल के 111 सैंपल फेल हो गए थे। एक भी सैंपल निर्धारित मानक पर खरा नहीं उतर पाया था। सैंपल की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस चावल को फोर्टिफाइड किया ही नहीं गया। जबकि प्रदेश के बच्चों व महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए इस चावल को भारत सरकार के निर्देश पर फोर्टिफाइड करना होता है। सैलजा ने कहा कि फोर्टिफाइड चावल का मतलब पोषणयुक्त चावल होता है। इसमेें आम चावल की तुलना मेंं आयरन, विटामिन बी-12, फॉलिक एसिड की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा जिंक, विटामिन ए, बी डालकर भी फोर्टिफाइड चावल तैयार किया जाता है। इससे भोजन में पोषक तत्त्वों की मात्रा बढ़ जाती है। कुमारी सैलजा ने कहा कि राइस मिलर व खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से किए गए इस घोटाले को सरकार में बैठे लोगों ने ही दबा दिया। ताकि उनकी खुद की भूमिका उजागर न हो जाए।