Today Haryana। New Delhi।
नई दिल्ली: वरिष्ठ नेता और जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का बृहस्पतिवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार के लोगों ने यह जानकारी दी। यादव 75 वर्ष के थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री यादव के परिवार में उनकी पत्नी, एक पुत्री और एक पुत्र हैं। फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के एक बयान में कहा गया है कि यादव को अचेत अवस्था में आपातकालीन वार्ड में लाया गया था। बयान में कहा गया है, ‘स्वास्थ्य जांच के दौरान, उनकी नाड़ी नहीं चल रही थी या रक्तचाप दर्ज नहीं किया गया । उपचार के सभी प्रयास नाकाम रहे। रात 10.19 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।’ शरद यादव की बेटी सुभाषिणी यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट किया है कि पापा नहीं रहे। यादव लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और नियमित रूप से ‘डायलिसिस’ करवाते थे। गुरुवार को बेहोस हो गए थे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव: गुरुग्राम के निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस, बेटी का ट्वीट, पापा नहीं रहे
पीएम मोदी ने शोक जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यादव के निधन पर शोक जताया। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘शरद यादव के निधन से दुःखी हूं। सार्वजनिक जीवन में अपने लंबे वर्षों में, उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ. लोहिया के आदर्शों से बहुत प्रेरित थे। मैं हमेशा अपनी बातचीत को संजोकर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे
शरद यादव ने 1999 और 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विभिन्न विभागों में मंत्री रहे थे। 2003 में शरद यादव जदयू के अध्यक्ष बने थे। वह एनडीए के संयोजक भी रहे। साल 2018 में जदयू से अलग होकर लोकतांत्रिक जनता दल (एलजेडी) बनाया था। पिछले साल अपनी पार्टी के राजद में विलय की घोषणा कर दी थी।