यूपी में बरेली-मथुरा नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण में तेजी, निर्माण के लिए आदेश जारी, बनी इन धर्मस्थलों की सूची

यूपी में बरेली-मथुरा नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण में तेजी, निर्माण के लिए आदेश जारी, बनी इन धर्मस्थलों की सूची
Today Haryana : उत्तर प्रदेश में बरेली-मथुरा नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण के तयारी जोरों पर है। हाईवे के बदलाव के साथ, सड़क किनारे की दुकानों और मकानों का सर्वे किया जा रहा है। यहां तक कि उनकी लंबाई-चौड़ाई के आधार पर मूल्यांकन भी किया जा रहा है।
हाईवे का विभाजन:
बरेली-मथुरा नेशनल हाईवे को चार भागों में विभाजित किया गया है। पहला भाग मथुरा से हाथरस तक है, दूसरा भाग हाथरस से कासगंज तक है, तीसरे भाग में कासगंज से बदायूं के चंदन नगर खरैर तक शामिल है, और चौथे भाग में निर्माण बरेली तक होगा।
हाईवे की चौड़ाई:
हाईवे की चौड़ाई भी विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग है। सामान्य हाईवे पर चौड़ाई 45 मीटर रहेगी, परंतु पुल और अंडरपास के बारे में चिंतन करते हुए उनकी चौड़ाई 52 मीटर की भी हो सकती है। रेलवे लाइन से गुजरने पर चौड़ाई 56 मीटर होगी।
धर्मस्थलों का महत्व:
हाईवे पर बदायूं जिले में नौ से ज्यादा धर्मस्थलों को चिह्नित किया गया है। इनमें जजपुरा गांव का मंदिर और खाटू श्याम मंदिर शामिल हैं, जिनका महत्व यातायात के यात्रियों के लिए अधिक होता है।
बरेली-मथुरा नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण के साथ ही यूपी में सड़क सुविधाओं में महत्वपूर्ण सुधार होने की संभावना है। यह निर्माण कार्य न केवल सड़कों की बेहतरीनता को बढ़ावा देगा, बल्कि आसपास के क्षेत्रों की आर्थिक विकास को भी बढ़ावा प्रदान करेगा।
धर्मस्थलों की सूची
स.क्र. धर्मस्थल
1 जजपुरा मंदिर
2 खाटू श्याम मंदिर
3 राजकीय मेडिकल कॉलेज की दीवार
4 पेट्रोल पंप की दीवार
5 सार्वजनिक शौचालय
6 बीआरबी स्कूल की दीवार
7 एक रेस्टोरेंट की दीवार
बरेली-मथुरा नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण के साथ ही यूपी में सड़कों की इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट से सड़क सुविधाओं में सुधार होने की आशा है। नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण से न केवल यातायात को सुगमता मिलेगी, बल्कि प्राचीन धर्मस्थलों की भी महत्वपूर्णता बढ़ेगी, जो यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेंगे।