स्वतंत्रता दिवस पर PM मोदी का संबोधन: देश की महत्वपूर्ण दिशाएँ और विकास के लिए परियोजनाओं की लगाई बौछार

स्वतंत्रता दिवस पर PM मोदी का संबोधन: देश की महत्वपूर्ण दिशाएँ और विकास के लिए परियोजनाओं की लगाई बौछार
Today Haryana : 'मेरे प्रिय 140 करोड़ परिवारजन...', देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से तिरंगा फहराने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला वाक्य था। इससे पहले वे मेरे प्यारे देशवासियों के साथ अपनी स्पीच शुरू करते थे। 90 मिनट यानी डेढ घंटे के भाषण में मोदी ने इस बार मेरे परिवारजन शब्द का 26 बार जिक्र किया।
प्रधानमंत्री ने लाल किले पर 10वीं बार झंडा फहराने के बाद अपने संबोधन में देशवासियों को बधाई दी। PM ने मणिपुर हिंसा, रिफॉर्म्स पर बात की। साथ ही अपनी सरकार के काम का 10 साल का हिसाब दिया। उन्होंने राजनीति से तीन बुराइयों परिवारवाद, भ्रष्टाचार और
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के 77वें वर्षगांठ पर लाल किले से तिरंगा फहराकर देशवासियों को संबोधित किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उन्होंने देश के विकास की दिशाएँ और उनकी योजनाओं के बारे में बात की। उन्होंने महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान दिलाया और भारत के उद्देश्यों को प्राथमिकता देने की दिशा में अपनी सरकार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया।
भारत की दिशा: स्वतंत्रता के बाद के युग की ओर
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि भारत एक नए युग की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने देश की विकास की दिशाओं को सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किया और भारत को विश्वस्तरीय आर्थिक शक्ति बनाने की योजनाओं का संक्षिप्त अवलोकन किया।
विकास की प्राथमिकता: आर्थिक सशक्तिकरण और उद्यमिता
मोदी जी ने बताया कि उनकी सरकार की प्राथमिकता है देश को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना। विभिन्न क्षेत्रों में नवाचार, तकनीकी उन्नति और उद्यमिता के साथ भारत को ग्लोबल मानकों पर ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं।
बैंक लोन में रियायत: मध्यवर्ग के लिए समृद्धि की दिशा
प्रधानमंत्री ने दर्शाया कि उनकी सरकार का मध्यवर्ग की समृद्धि में विशेष ध्यान है। उन्होंने बताया कि किराए के मकानों में रहने वालों को बैंक लोन में रियायत देने की योजना है ताकि उनके पास अच्छे आवास की सुविधा हो सके।
स्वास्थ्य सेवाएं: जन-औषधि केंद्रों का विकास
प्रधानमंत्री ने देशभर में 25 हजार जन-औषधि केंद्र खोलने की योजना का एलान किया। यह योजना स्वास्थ्य सेवाओं को सुविधाजनक बनाने और लोगों को आवश्यक चिकित्सा सहायता पहुँचाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
सकारात्मक प्रतिबद्धता: देश के विकास के प्रति संकल्प
मोदी जी ने सकारात्मक प्रतिबद्धता दिखाई और उन्होंने दिखाया कि वे देश के विकास के प्रति पूरी तरह से संकल्पित हैं। उन्होंने दिखाया कि उनकी सरकार का लक्ष्य देश के हर वर्ग की समृद्धि, सुरक्षा और सामाजिक उत्थान को प्राथमिकता देना है।
नए भारत की दिशा: सशक्त, आत्मनिर्भर और उन्नत
इस संबोधन से स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने भारत की दिशा को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है। उनकी योजनाएं देश के विकास और उन्नति के मार्ग को प्रशस्त करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वतंत्रता दिवस पर का संबोधन दिखाता है कि वे देश के विकास और समृद्धि के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं। उनके द्वारा बताई गई योजनाएं देश को आगे बढ़ने के लिए नई दिशाएँ प्रदान करेंगी और नए भारत की नींव रखेंगी। इस संबोधन से स्पष्ट होता है कि हम सबको मिलकर एक बेहतर और सशक्त भविष्य की ओर बढ़ना है।