हरियाणा के नहीं बदले हालात, गंदगी का आलम छाया, सौंदर्यकरण को तरस रहे शहर
Situation of Haryana has not changed, the situation is full of filth, cities yearning for beautification

बेशक शहर के सौन्दर्यीकरण को लेकर हरियाणा सरकार द्वारा प्रति वर्ष करोड़ों का बजट जारी किया जाता है, जिससे शहर की सुंदर बनाया जा सके। लेकिन अब तक शहर को सुंदर बनाने के लिए नगर परिषदों/नगरपालिकों द्वारा कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट जारी नहीं हुआ है, जिससे शहरों की कायाकल्प की जा सके। नगरपरिषदो ं/नगरपालिकों के बजट से शहर के पार्र्को का सौन्दर्यीकरण, साफ सफाई, फुटपाथ, चौक चोराहें, शहर के प्रवेश मार्ग, स्ट्रीट, स्ट्रीट लाईटें इत्यादि शामिल हैं। भाजपा सरकार द्वारा समय-समय पर स्वच्छता का पाठ भी पढ़ाया गया और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान के नाम पर करोड़ों का बजट भी जारी किया था। लेकिन शहरों मेंं गंदगी को साफ करना सरकार के लिए चुनौती बनी हुई है। शहरों मेंं कोई साफ-सफाई नहीं है। अधिकारीगण अनेक विकास कार्यों में करोड़ों रू पए डकार रहे हैं। कोई उन्हेें पूछने वाला नहीं है। हरियाणा के किसी भी शहर मेंं लोग सफाई की तारीफ नहीं करते, हर तरफ गंदगी का आलाम छाया हुआ है।
स्वच्छता के दावे केवल कागजों तक सीमित शहर के सौन्दर्यीकरण को लेकर हर वर्ष करोड़ों रुपयों का बजट जारी किया जाता है। लेकिन बिना ठोस नीति व कार्य योजना के जिले में यह अभियान धरातल पर उतार दिया जाता है फिर बेहतर नतीजों की उम्मीद कैसे की जाएं। स्वच्छता के दावे केवल कागजों तक ही सीमित है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शहरों के विकास के लिए करोड़ों की मनोहर सौगातें भी जिले वाइज दी थी लेकिन कहीं भी शहर की सुंदरता नहीं झलक रही है।
ये समस्याएं लगा रही शहर को धब्बा
शहर में जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर लगे हुए है। सड़क के किनारे गदंगी फैली हुई है। स्ट्रीट लाइटों के पोल टूटे हुए है। पार्क में पशु विचरण कर रहे है। झूले टूटे हुए है। फुटपाथ की भी ग्रिल टूटी हुई है। प्रशासन के अधिकारी इन सबसे अनजान बने हुए है। क्योंकि इस बात का सबूत शहर में जगह-जगह पड़ी गंदगी दे रही है। जिस पर सरकार के सिर्फ निर्देश ही होते हैं, लेकिन शहर को स्वच्छ बनाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे है। शहर में कहीं डस्टबिन है ही नहीं, जिसके कारण लोग खुले में कूड़ा फैंकने को मजबूर हैं। वहीं, इन कूड़े के ढेरों में सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशु मुंह मार रहे हैं। सफाई के अलावा शहर में और भी कई समस्याएं हैं, जिस ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है।