हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के वोट बनाने के लिए केवल 3 दिन बाकी, अभी कम सिखों की बन पाई वोट
Only 3 days left for Haryana Sikh Gurdwara Management Committee to cast their votes, yet less Sikhs have cast their votes.

हरियाणा सरकार ने हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की वोट बनाने के लिए हरियाणा केे सिख समुदाय के लोगों को 1 माह का समय दिया था। जिसमेंं से के वल 3 दिन ही बाकी रह गए हैं। हालांकि हरियाणा के सिखोंं की अभी आधी भी वोट नहीं बन पाई है। क्योंकि अभी तक हरियाणा केे सिख इस बात को चेकर क शमकश हैं कि सरदार यानि पगड़ी वाली व्यक्ति ही वोट बनाएं या जिसके सिर पर केश नहीं हैं, वो भी वोट बनाएं। इसमें सबसे बड़ी परेशानी सामने आ रही है। अगर केवल केशधारी लोगों की वोट बनाते हैं तो श्री गुरू ग्रंथ साहिब को मानने वाले लोगोंं की काफी संख्या है और वे सिख समुदाय से लंबे समय से संबंध रखते आ रहे हैं लेकिन उनके सिर पर केश नहीं है। ऐसे लोगों को छोडऩे से हरियाणा के सिखों की संख्या कम रह जाएगी। इससे सिख समुदाय के वोट बैंक को झटका लगेगा। हरियाणा के सिख समुदाय की वोट बैंक का आंकलन तो तभी होगा, जब जो भी सिख समुदाय से संबंध रखता है या फिर श्री गुरू ग्रंथ साहिब के प्रति अपनी आस्था रखता है तो वह व्यक्ति हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के वोट बना सकता है। गौरतलब है कि पहले हरियाणा की गुरूद्वारा कमेटी पंजाब के अधीन था और हरियाणा के सिख समुदाय के लोगों ने लंबा संघर्ष किया है और हरियाणा सरकार ने अलग से कमेटी बनाने का निर्णय लिया है।
बने हरियाणा के 40 हलके, सिरसा के 9 पूरे हरियाणा में सिख समुदाय के वोट बैंक को देखते हुए हरियाणा मेंं हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के 40 हलके बनाए गए हैं। जिसमें से सिरसा जिले के 9 हलके बने हुए हैं। यानि हरियाणा के सिरसा जिले मेंं सिख समुदाय के लोगों की अधिक संख्या होने के आसार हैं। जो वोटे बनने के बाद भी पता चलेगी कि हरियाणा में कितने सिख हैं और सिरसा जिले में सिख समुदाय के लोगों की संख्या कितनी है। लेकिन नियमों को लेकर सिख समुदाय के लोग विचलित हैं कि कौन वोट बनाएं और कौन वोट ना बनाएं। इसको लेकर भी सिख समुदाय के लोग एक-दूसरे से जिद्दोजिद कर रहे हैं।
30 तारीक अंतिम तिथि वोट बनाएं
सिख धर्म प्रचारक हरियाणा के अपने-अपने हलके में वोट बनाने को लेकर सिख समुदाय के लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि 30 सितम्बर आखिरी तारीख है। इसलिए सभी लोग वोट बनांए। लेकिन समस्या के सामने आने के कारण सभी लोग परेशान हैं। जो सिख समुदाय से संबंध तो रखतेे हंै, लेकिन मोने हैं तो ऐसे लोग एतराज उठा रहे हैं कि हम भी सिख हैं तो हमारी वोट क्योंं नहीं बन रही हैं।