हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के वोट बनाने के लिए बढ़ी तारीख, 16 अक्तूबर तक बनेगी वोट
Date extended for making votes of Haryana Sikh Gurdwara Management Committee, votes will be made till October 16

हरियाणा सरकार ने हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की वोट बनाने के लिए हरियाणा केे सिख समुदाय के लोगों को पहले 1 माह का समय दिया था। जोकि 30 सितम्बर तक ही वोट बनने थे। इस समयाविधि के दौरान बहुत ही कम वोट बन पाए हैं। जिसके चलते वोट बनने की तारीख को बढ़ा दिया गया है। अब हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के वोट 16 अक्तूबर तक बनाए जाएंगे। गौरतलब है कि अभी तक हरियाणा केे सिख इस बात को लेकर कशमकश हैं कि सरदार यानि पगड़ी वाली व्यक्ति ही वोट बनाएं या जिसके सिर पर केश नहीं हैं, वो भी वोट बनाएं। इसमें सबसे बड़ी परेशानी सामने आ रही है। अगर केवल के शधारी लोगों की वोट बनाते हैं तो श्री गुरू ग्रंथ साहिब को मानने वाले लोगोंं की काफी संख्या है और वे सिख समुदाय से लंबे समय से संबंध रखते आ रहे हैं लेकिन उनके सिर पर केश नहीं है। ऐसे लोगों को छोडऩे से हरियाणा के सिखों की संख्या कम रह जाएगी। इससे सिख समुदाय के वोट बैंक को झटका लगेगा। हरियाणा के सिख समुदाय की वोट बैंक का आंकलन तो तभी होगा, जब जो भी सिख समुदाय से संबंध रखता है या फिर श्री गुरू ग्रंथ साहिब के प्रति अपनी आस्था रखता है तो वह व्यक्ति हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के वोट बना सकता है। गौरतलब है कि पहले हरियाणा की गुरूद्वारा कमेटी पंजाब के अधीन था और हरियाणा के सिख समुदाय के लोगों ने लंबा संघर्ष किया है और हरियाणा सरकार ने अलग से कमेटी बनाने का निर्णय लिया है।
बने हरियाणा के 40 हलके, सिरसा के 9
पूरे हरियाणा में सिख समुदाय के वोट बैंक को देखते हुए हरियाणा मेंं हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के 40 हलके बनाए गए हैं। जिसमें से सिरसा जिले के 9 हलके बने हुए हैं। यानि हरियाणा के सिरसा जिले मेंं सिख समुदाय के लोगों की अधिक संख्या होने के आसार हैं। जो वोटे बनने के बाद भी पता चलेगी कि हरियाणा में कितने सिख हैं और सिरसा जिले में सिख समुदाय के लोगों की संख्या कितनी है। लेकिन नियमों को लेकर सिख समुदाय के लोग विचलित हैं कि कौन वोट बनाएं और कौन वोट ना बनाएं। इसको लेकर भी सिख समुदाय के लोग एक-दूसरे से जिद्दोजिद कर रहे हैं।