किसानों का ऐलान: नवम्बर में दोबारा शुरू होगा किसान आंदोलन, किसानोंं ने फूंका कातिल अजय मिश्रा टेनी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला
Farmers' announcement: Farmers movement will start again in November, farmers burnt the effigy of murderer Ajay Mishra Teni and Prime Minister Narendra Modi.

संयुक्त किसान मोर्चा की ईकाई सिरसा द्वारा उपायुक्त सिरसा के माध्यम से एक मांग पत्र देश के राष्ट्रपति महामहिम के नाम सौंपा है। जिसमेंं मुख्यतौर पर किसान स ंयुक्त मोर्चा सिरसा द्वारा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया गया। सरकार द्वारा किसान आंदोलन के समय जो वायदे किसानोंं से किए थे, वह आज तक सरक ार द्वारा निभाए ना गए हैं। इसके रोष मेंं किसान मोर्चा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका गया और इसके इलावा उत्तरप्रदेश के लखीमपुर मेंं जो अजय मिश्रा टेनी के लड़के आशीष मिश्रा द्वाा किसानों पर अपनी गाड़ी चढ़ाकर कई किसानों को शहीद कर दिया गया था, उस मंत्री को आज तक सरकार द्वारा बर्खास्त नहीं किया गय है। इस रोष मेंं अजय मिश्रा का भी पुतला फूंका गया।
ये हैं किसानोंं की मांगे
जिन किसानोांं पर फौजदारी मुकदमेंं बनाए गए थे, उनको वायदे के हिसाब से सारे रद्द किए जाने थे। परंतु अभी तक वह मुकदमें किसानों के ऊपर चल रहे हैं। बिजली बिल 2020 को वापिस लेने बारे भी किसानों ने अपनी आवाज उठाई। इसके अलावा सभी फसलों को स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार एमएसपी पर खरीद की गारंटी दी जाने बारे कहा और सभी फसलों ंके बीमा करने व कंपनी द्वारा क्लेम दिए जाने की विधि सरल बनाई जाए। संयुक्त मोर्चा के किसान नेताओं द्वारा कहा गया कि अगर सरकार हमारी उपरोक्त वर्णित मांगों को विचार नहीं करती तो हम नवम्बर माह मेंं इस आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर फिर शुरू करेंगे। मौका पर अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से कामरेड स्वर्ण विर्क, तिलक राज विनायक, जगरूप सिंह, बलराज बणी, प्रीतपाल सिंह व अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से सुरजीत सिंह व कामरेड हरजिंद्र सिंह, राष्ट्रीय किसान मंच की ओर से हरजिंद्र सिंह नानूआना, गुरप्रीत सिंह जीवनगर, अखिल भारतीय किसान यूनियन क ी ओर से रघुबीर सिंह नकोड़ा ने विचार व्यक्त किए और सरकार को इस मांगों पर शीघ्र कार्रवाई करने का आग्रह किया।