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पुलिस ने दबोचा नकली CBI डीएसपी: नौकरी लगवाने के लिए 1 लाख रुपए लेने आया था; ऐसे हुआ व्यक्ति को शक

Police caught fake CBI DSP: had come to take Rs 1 lakh to get a job; This is how the person suspected
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पुलिस ने दबोचा नकली CBI डीएसपी

 पुलिस ने दबोचा नकली CBI डीएसपी: नौकरी लगवाने के लिए 1 लाख रुपए लेने आया था;  ऐसे हुआ व्यक्ति को शक
 
 Today Haryana:
जींद, हरियाणा: जींद के पटियाला चौक क्षेत्र में हाल ही में हुए घटनाक्रम में पुलिस ने एक धोखाधड़ी व्यक्ति को पकड़ा है, जिसने खुद को नकली सीबीआई (CBI) के डीएसपी के रूप में पेश किया था। उसने एक युवक को सरकारी नौकरी दिलाने के झांसे में फंसाया था और उससे 1 लाख रुपए की मांग की थी। यह मामला अब पुलिस की जांच के दौरान है।

इस मामले में बताया गया है कि धोखाधड़ी ने एक युवक से मिलकर उसे सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया और उससे 1 लाख रुपए की मांग की। युवक ने उसकी बातों में विश्वास कर लिया और उसने धन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी।

झांसे का पर्दाफाश
युवक ने अपनी यह दुखभरी घटना किसी जानकार के माध्यम से स्थानीय पुलिस के सामने रखी। उसने यह भी बताया कि धोखाधड़ी व्यक्ति ने खुद को खुफिया सीबीआई के डीएसपी के रूप में पेश किया था और उसने उसे बड़े अधिकारियों और राजनेताओं से संपर्क रखने का दावा किया था।

धोखाधड़ी की गिरफ्तारी
जानकारी के बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और धोखाधड़ी व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास नकली आईडेंटिटी प्रूफ भी पाए गए, जिससे उसकी धोखाधड़ी कार्यप्रणाली का पर्दाफाश हुआ।

जांच की प्रक्रिया
पुलिस अब इस मामले में विस्तृत जांच कर रही है और उस धोखाधड़ी व्यक्ति के पिछले कारनामों की जांच भी कर रही है। यह मामला एक बार फिर से साबित करता है कि लोगों को सतर्क रहना और आसपास की घटनाओं पर नजर रखना आवश्यक है।

जींद में हुए एक धोखाधड़ी केस में पुलिस ने नकली CBI डीएसपी को पकड़ा है। उसने एक युवक को सरकारी नौकरी दिलाने के झांसे में फंसाया और उससे 1 लाख रुपए की मांग की थी। जांच के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है और अब उसके पिछले कारनामों की जांच की जा रही है। लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है और ऐसे धोखाधड़ी व्यक्तियों से सावधान रहना चाहिए।

खुद को बताया खुफिया अधिकारी

जींद के पटियाला चौक के पास की आनंद पर्वत कॉलोनी निवासी रामपाल ने बताया कि 4-5 दिन पहले किसी जानकार के माध्यम से उसकी मुलाकात गुरध्यान सिंह निवासी बधाना के साथ हुई थी। गुरध्यान ने खुद को खुफिया साइबर अपराधों का विशेष जांच अधिकारी (CBI) बताया। साथ ही उसे विश्वास दिलवाया कि उसकी बड़े अधिकारियों और राजनेताओं से संपर्क रहता है और उनको काम पड़ता रहता है। उसने अपने आई कार्ड भी दिखाए।

दामाद को लगवाना था नौकरी

रामपाल ने बताया कि उसके झांसे में आकर उसने अपने दामाद सोमदत्त निवासी उचाना मंडी को नौकरी लगवाने की बात कही। इस पर गुरध्यान ने भूना के सरकारी अस्पताल में डीसी रेट पर नौकरी लगवाने के लिए कहा। उससे उसके शैक्षणिक दस्तावेज ले लिए। फाइल चार्ज के नाम पर 2500 रुपए भी लिए और नौकरी लगवाने के बाद 1 लाख रुपए और देने के लिए कहा।

ऐसे हुआ व्यक्ति को शक

उसने एक लाख रुपए देने के लिए हामी भर ली। उसने अपने स्तर पर पता किया तो सामने आया कि सरकारी अस्पताल भूना में किसी तरह की नौकरी नहीं निकली है। गुरध्यान भी नकली अफसर है। इस पर उसने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने रेडिंग पार्टी का गठन किया। गुरुध्यान फार्म भरने के नाम पर रुपए लेने के लिए उसके पास आया तो पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।