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Seat Belt Mandatory: कार में सफर कर रहे अधिक्तर लोग करते हैं बड़ी गलती, 39 प्रतिशत ने गंवा दी जान

इस वर्ष वाहनों में पिछली सीट पर बेल्ट नहीं लगाने दिल्ली में
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Seat Belt Mandatory: कार में सफर कर रहे अधिक्तर लोग करते हैं बड़ी गलती, 39 प्रतिशत ने गंवा दी जान

इस वर्ष वाहनों में पिछली सीट पर बेल्ट नहीं लगाने दिल्ली में एक भी चालान नहीं किया गया है जबकि कार में पीछे बैठने वालों के लिए सीट बेल्ट लगाना जरूरी होता है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस साल कार की पिछली सीट बेल्ट नहीं पहनने पर एक भी चालान नहीं किया गया है, जबकि पहली सीट पर बेल्ट नहीं लगाने पर 36 हजार चालान किए गए हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, बीते साल पिछली सीट बेल्ट नहीं पहनने पर 43 चालान किए गए थे, जबकि सामने की सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं करने के लिए 62,190 चालान किए गए थे।

उद्योगपति साइरस मिस्त्री की कार हादसे में मौत ने बढ़ाई सरकार की चिंता

गौरतलब है कि हाल ही में देश के जाने माने उद्योगपति साइरस मिस्त्री की कार दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। वे कार की पिछली सीट पर बैठे थे और सीट बेल्ट पहना रखा था। बताया जा रहा है कि अगर उन्होंने सीट बेल्ट पहनी होती तो शायद वह जिंदा होते।

जरूरी होता है कार में पीछे बैठने वालों के लिए सीट बेल्ट लगाना

हैरानी की बात यह है कि दिल्ली में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इस साल कार की पीछे वाली सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करने पर किसी का चालान नहीं किया है, जबकि सामने वाली सीट बेल्ट नहीं पहनने पर 36 हजार से ज्यादा चालान किए है। कार से यात्रा करने वाले सभी यात्रियों चाहे आगे या पीछे बैठे हों, सीट बेल्ट पहनना जरूरी है।

दिल्ली पुलिस ने एक साल के दौरान किए सिर्फ 43 चालान

दिल्ली पुलिस के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल 43 चालान जारी किए गए थे, जबकि सामने की सीट बेल्ट का इस्तेमाल नहीं करने के लिए 62,190 चालान किए गए थे। इस साल 31 अगस्त तक सामने वाली सीट बेल्ट नहीं लगाने वालों की संख्या 36,084 थी, जबकि रियर बेल्ट नहीं लगाने के लिए किसी भी व्यक्ति को बुक नहीं किया गया।

वर्ष 2019 में पांच लाख से अधिक हुए थे चालान

वर्ष 2019 में सामने वाली सीट बेल्ट नहीं पहनने पर 5,08,707 लोगों का चालान किया गया था। वर्ष 2020 में लाकडाउन भी लगा था, उसके बाद भी 45,907 का चालान किया गया। इसी तरह साल 2021 में 62,190 और साल 2022 में अब तक 36,084 चालान किया जा चुका है।

93 प्रतिशत लोग नहीं लगाते सीट बेल्ट

कार की सीट बेल्ट पर रिसर्च करने वाली संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि वर्ष 2019 में एक रिसर्च की गई थी, जिसमें पता चला कि 93 फीसदी लोग पीछे की सीट बेल्ट का उपयोग नहीं करते हैं। इसके साथ ही हाईवे पर हादसों के अध्ययन से पता चला कि 35 प्रतिशत मौतें पीछे की सीट बेल्ट नहीं पहनने के कारण हुईं।

दिल्ली की यह है स्थिति-67.4 प्रतिशत लोग कार के पीछे वाली सीट बेल्ट का उपयोग कभी नहीं करते।

29.2 प्रतिशत लोग कभी-कभार ही पीछे वाली सीट बेल्ट का उपयोग कभी नहीं करते।

3.4 प्रतिशत लोग हमेशा पीछे वाली सीट बेल्ट का उपयोग कभी नहीं करते।