पशुपालकों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिया तौहफा, पशु के ईलाज के लिए चलाई पशु चिकित्सा वैन
Chief Minister Manohar Lal Khattar gave a gift to the animal farmers, started veterinary van for the treatment of animals.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पशुपालकों को सुविधा पहुंचाने को लेकर प्रदेशभर में पशु चिकित्सा वैन की सौगात दी है। यह सुविधा हरियाणा सरकार ने गुजराज सरकार की तर्ज पर प्रदेश के 90.60 लाख पशुधन को मौके पर स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए मोबाइल पशु चिकित्सा सुविधा शुरू करने की योजना लागू की है। यह मोबाइल सुविधा ग्रामीण क्षेत्र में वर्ष के 365 दिन उपलब्ध रहेगी। पशुपालक एक फोन पर मोबाइल पशु चिकित्सा अस्पताल की घरेलु सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। पशुपालन विभाग का प्रयास है कि गांव स्तर पर समूह बनाकर हर घरद्वार तक चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई जाए। हरियाणा पशुपालन एवं डेयरी विभाग इस योजना को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। इसको लेकर डी.एल.एफ . फाउंडेशन, हरियाणा राज्य सी.एस.आर. ट्रस्ट के बीच करार हो चुका है। प्रथम चरण में 79 मोबाइल वैन की खरीद हो चुकी है।
3 कर्चमारी होंगे तैनात, होगी हर सुविधा
इस मोबाइल वैन में पशु चिकित्सक सहित 3 कर्मचारी हमेशा तैनात रहेंगे। पशु चिकित्सक के अलावा वी.एल.डी. और एक अटेंडेंट कम ड्राइवर रहेगा जो हर आपात स्थिति में निपटने में निपुण होंगे। यह वैन अपने आप में खास होगी, जिसमें छोटे आप्रेशन के लेकर तमाम पशु चिकित्सा सुविधाओं की भरमार रहेगी। सही मायनों में यह चलता-फिरता पशु हस्पताल होगा। जिससे पशुपालकों को बहुत लाभ होगा। जब कहीं पर भी पशु बीमार होगा और आने की स्थिति मेंं नहीं होगा तो वहां पर यह मोबाइल वैन पहुंच कर सुविधा देगी।
जी.पी.एस. प्रणाली बेसहारा पशुओं को देगा सहारा
मोबाइल चिकित्सा वैन को हाईटेक तरीके से तैयार किया गया है। इसमें प्रयुक्त अत्याधुनिक संसाधनों के साथ-साथ जी.पी.एस. सिस्टम भी रहेगा, जिससे फोन कॉलर की लोकेशन को ट्रेस करना आसान होगा। इससे एमरजेंसी की स्थिति में तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करने में आसानी रहेगी। खासकर संकटग्रस्त बेसहारा जानवरों को समय पर चिकित्सा सहायता और आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह डी.एल.एफ . फाउंडेशन द्वारा हरियाणा में अपनी तरह की पहली पशु एम्बुलेंस पहल होगी। एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क होगी और इससे चोट और दुर्घटनाओं से पीडि़त बेसहारा जानवरों को लाभ मिलेगा।