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ऑटो व ई-रिक्शा पर लगेगा यूनिक आई.डी. नंबर, बढ़ेगी सुरक्षा, अपराध पर लगेगी लगाम

Unique ID will be installed on auto and e-rickshaw. Number, security will increase, crime will be controlled
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हिसार मंडल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकांत जाधव ने मंडल में महिला विरूद्ध अपराधों पर अंकुश लगाने व यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर हिसार मंडल में   बेलगाम दौड़ते ऑटो व ई-रिक्शा चालकों के लिए दिशा निर्देश जारी किए है। शहर के ऑटो व ई-रिक्शा चालकों को अब उनके वाहनों में यूनिक आई.डी. नम्बर   दिए जाएंगे जो आटो में चिपकाने होंगे। ए.डी.जी.पी. श्रीकांत जाधव ने कहा कि पुलिस जिला हांसी ने इस दिशा में कार्य शुरू कर दिया है व मंडल के सभी पुलिस   अधीक्षको इस दिशा में कार्य 15 अक्टूबर तक पूर्ण करने को कहा है। उन्होंंने कहा कि ये पहल सभी नागरिको की सुरक्षा से जुड़ी है जो सार्थक साबित होगी।  

अपराधों को रोकने में मिलेगी मदद  

मंडल पुलिस ऑटो चालकों के चरित्र, स्थाई पते का सत्यापन, उनके डाईविंग लाईसेंस व आटो के रजिस्ट्रेशन की वैधता जांचने उपरान्त जिला पुलिस ऑटो चालक क  ो यूनिक आई.डी. जारी करने का कार्य करेगी। पुलिस विभाग की इस पहल से जहां अच्छी छवि के ऑटो व ई-रिक्शा चालको को राहत मिलेगी, वहीं इस पेशे मे क  ुछ असामाजिक तत्वों व नशेबाजों पर अंकुश लग पाएगा। पुलिस के इस कदम से महिलाएं व देर-सवेर ऑटो मे सफर करने वाले आमजन भी अपने को सुरक्षित   महसूस करेंगे।  

ड्रग पीडि़त आटो व ई-रिक्शा चालकों के लिए निर्देश

मंडल के सभी जिलों में ट्रैफिक नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए है कि इंचार्ज ट्रैफिक उन ऑटो व ई-रिक्शा चालकों की सूची तैयार करेंगे जो ड्रग्स के शिकार है   । ए.डी.जी.पी. के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान के तहत उनका उपचार करवाया जाएगा व उनके प्रति सहानुभूति रखते हुए उपचार उपरान्त उन्हे क  ाम धन्धा दिलवाने में भी सहयोग करने के निर्देश दिए हैं।

  रजिस्ट्रेशन होगा आवश्यक

ऑटो चालक व ई-रिक्शा चालको को यूनिक आई.डी. बनवाने के लिए वाहन चालक को अपने वाहनों का रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए ऑटो की   आर.सी. व आटो मालिक का वैध ड्राईविग लाईसेंस अनिवार्य है। पुलिस ऑटो चालक की यूनिक आई.डी. बनाने के लिए उसका स्थाई पता व उसका चरित्र भी   वेरीफाई करेगी। तदुपरान्त ऑटो चालकों को यूनिक आई.डी. नम्बर जारी किया जाएगा । यूनिक आई.डी. पर चार अंको का कोड व चालक के नाम व फोटोग्राफ   सहित ऑटो का रजिस्ट्रेशन नंबर भी अंकित होगा।  

112 से किया जाएगा लिंक

ऑटो में लगे यूनिक कोड सीधे डायल 112 से लिंक किया जाएगा। यात्री द्वारा डायल 112 पर मदद मागे जाने पर तुरंत ऑटो चालक की पहचान हो जाएगी। इसके   लिए एक डेटाबेस डाटा बेस तैयार किया जाएगा। आटो चालक व ई-रिक्शा चालकों को इस बारे में जागरूक करने बारे भी निर्देश दिए गए हैं। यातायात पुलिस इस   बारे ऑटो चालकों को जागरूक कर इन सभी को अभियान का हिस्सा बनने बारे प्रेरित करेगी। इस कार्य के लिए एक निश्चित समय सीमा तय की जाएगी। तदुपरान्त   सख्ती से पालना सुनिश्चित करवाई जाएगी।