Haryana: हरियाणा के गांव ढूकड़ा के नजदीक टूटी बरूवाली नहर, सैंकड़ों एकड़ फसल हुई जलमग्र, नजदीकी ढाणियों में घुसा पानी

Today Haryana, Sirsa
चौपटा क्षेत्र से गुजरने वाली बरवाली नहर में बुधवार अल सुबह गांव ढूकड़ा के पास अचानक दरार आ गई। रात्रि का समय होने की वजह से इसकी सूचना सिंचाई विभाग के अधिकारियों को काफी लेट मिली, जिसकी वजह से पानी के बहाव को देरी से बंद करवाया गया। इस कारण नहर में आई दरार काफी ज्यादा बढ़ गई और बुधवार दोपहर करीब 12 बजे तक नहर से पानी खेतों में चलता रहा। इस वजह से जहां नहर में करीब 200 फीट लंबी दरार आ गई वहीं करीब 100 सौ एकड़ फसल जलमग्न हो गई। सूचना मिलने के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे व नहर में आई दरार को पाटने का कार्य शुरू करवाया गया।
जानकारी के मुताबिक ढूकड़ा गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर बरूवाली द्वितीय की तरफ बुधवार अल सुबह करीब साढे तीन बजे नहर में अचानक दरार आ गई। किसानों ने जहां इस दरार के आने का कारण नहर के बांध में हो रहे रिसाव होने का कारण बताया। ग्रामीणों ने बताया कि यह नहर अबतक करीब 4 बार टुट गई है। जिसकी तरफ से प्रशासन का कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। किसानों का कहना कि प्रशासन की लापरवाही के चलते हर बार किसानों की फसल जलमग्न होकर नष्ट हो जाती है।
इस मौके पर मुकेश पुत्र ओमप्रकाश, सतपाल पुत्र भाल सिंह, सुरेश पुत्र लिलाधर व श्याम पुत्र चाचन शर्मा ने बताया कि नहर टुटने से उनकी ढाणियां में पानी घूस गया जिसकी वजह से उनके मकान गिरने का खतरा बना हुआ हैं। उन्होने बताया कि ढाण्यिों के आसपास के करीब 10 एकड़ भूमि में 2 से 3 फीट तक मिट्टी भर गई वहीं सैकड़ों एकड़ अंकुरित गेहूं, चना व सरसों की फसल जलमग्न हो गई।
जलमग्न से प्रभावित हुई फसल के के नुकसान की मांग करने वाले किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि सफाई ना होने व नहर के पटड़े कमजोर होने के बारे में विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया लेकिन उन्होंने इस और कोई ध्यान नहीं दिया। किसानों ने कहा कि विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से नहर में दरार आई है और उन्हें इतना ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है जिसकी भरपाई विभाग के अधिकारियों को करवानी चाहिए।