Beware of unknown girl friend request:अंजान लड़की की आई फ्रेंड रिक्वेस्ट, तो फौरन करें रिजेक्ट, ऐसे हो सकते हैं धोखे का शिकार

Delhi Crime News: सोशल मीडिया पर लड़की बनकर सीधे-साधे लोगों को जाल में फंसाने वाले गिरोह के फरार शातिर अपराधियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर लिया है.
Beware of unknown girl friend request: लड़की बनकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर लोगों का अश्लील वीडियो बनाकर जबरन वसूली मांगने वाले मेवाती गिरोह के दो शातिर आरोपियों को छतरपुर और दौसा राजस्थान से दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. दोनों ने एक वकील से 20 लाख रुपए की मांग की थी. इस मामले में पिछले नौ महीने से दोनों फरार चल रहे थे. उनकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने 20-20 हजार का इनाम रख रखा था. लड़की बनकर भेजते थे फ्रेंड रिक्वेस्ट
गिरफ्तार बदमाशों की पहचान दौसा राजस्थान निवासी अरसद खान पुत्र अली खान (30 वर्ष) और मुश्ताक खान पुत्र मुंडी खान (39 वर्ष) के तौर पर हई है. अरशद के पास से 3 जिंदा कारतूस के साथ एक सिंगल शॉट पिस्टल बरामद हुई है. स्पेशल सेल के डीसीपी जसमीत सिंह ने बताया कि इस गिरोह के सदस्यों का काम भोले-भाले लोगों को चैटिंग के लिए लड़की बनकर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर फंसाना था.
सीधे-साधे लोगों को बनाते थे शिकार ये गिरोह सीधे-साधे लोगों से उनका अश्लील ऑनलाइन वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर जबरन वसूली कर रहा था. एसीपी अत्तर सिंह और इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में बनी टीम ने 21 जुलाई की शाम को अरशद खान को फ्लावर मार्केट छतरपुर से गिरफ्तार किया गया था. मुश्ताक खान को 23 जुलाई को उसके गांव गिरफ्तार किया गया. दोनों बाराखंभा रोड इलाके में सोशल मीडिया के जरिए ऑनलाइन रंगदारी, ब्लैकमेलिंग और आपराधिक धमकी के मामले में वांटेड थे.
बदमाशों पर था 20 हजार का इनाम 22 मई 2022 को इस मामले में निचली अदालत द्वारा दोनों आरोपियों को भगोड़ा घोषित किया गया था. दोनों की सूचना देने वाले को 20-20 हजार का इनाम भी रखा गया था. स्पेशल सेल करीब दो महीने से उनके पीछे पड़ी हुई थी. पूछताछ में पता चला कि वह मेवात के कुख्यात बदमाश सद्दाम हुसैन से जुड़ा हुआ है. सद्दाम अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली में एक वकील से जबरन वसूली की मांग की थी और बाद में उसे ब्लैकमेल करने और धमकी देने लगा. आरोपी अरशद खान ने बताया कि गिरोह के सदस्य गरीब लोगों की आईडी का गलत इस्तेमाल कर जबरन वसूली करते थे.