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सिरसा बड़ी खबर: झूठे केस में पकड़े गए युवक के परिजनों ने मांगी ईच्छा मृत्यु, जानें क्या है पूरा मामला

6 माह पूर्व किराए पर गाड़ी चलाने वाले युवक को पुलिस ने
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6 माह पूर्व किराए पर गाड़ी चलाने वाले युवक को पुलिस ने धोखे से फसाया था

Today Haryana सिरसा। राजस्थान के गांव धन्नासर निवासी एक पीडि़त परिवार ने पुलिस द्वारा अपने बेटे को धोखे से फंसाने व सीएम दरबार में भी पुलिस प्रशासन द्वारा एंट्री नहीं देने पर राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री से ईच्छा मृत्यु की मांग की है। राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी में युवक के पिता बृजलाल ने बताया कि उसका परिवार अमन पसंद और कानून की पालना करने वाला है। मेरा बेटा विनोद कुमार टैक्सी चलाकर परिवार का पालन पोषण कर रहा है। करीब 6 माह पूर्व वह राजस्थान से फतेहाबाद सवारियां छोडऩे के लिए आया था। 

सवारियां छोडऩे के बाद वह वाप लौट रहा था, तभी पुलिस कर्मचारियों ने उसकी गाड़ी रूकवा ली और गाड़ी से उतरे एक युवक को काबू कर उसके बैग की तलाशी ली तो उसके कब्जे से नशीली गोलियां व एक पिस्तौल भी बरामद हुआ। परिजनों का आरोप है कि पुलिस उसकी गाड़ी को लेकर किसी खाली जगह पर लेकर गई, जहां उसकी गाड़ी में नशीली गोलियां रखकर किसी अन्य व्यक्तिा को बचाने के लिए विनोद को मोहर बनाकर आरोपी साबित कर दिया।

 उस युवक के साथ-साथ पुलिस ने विनोद पर भी एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर दिया। उसका बेटा पिछले 6 माह से हिसार जेल में बंद है। पुलिस ने अभी तक इस केस में चालान पेश नहीं किए हैं, जिसके कारण उसके बेटे के केस की सुनवाई भी नहीं हो रही है। 

हालांकि विनोद के साथ पकड़े गए युवक ने अपने बयानों में साफ कह दिया कि वह गाड़ी किराए पर लेकर आया था, इसमें विनोद का कोई लेना देना नहीं है, लेकिन बावजूद इसके अभी तक मामले में पुलिस जान बूझकर चालान पेश नहीं कर रही। एसपी फतेहाबाद व हिसार से भी वे कई बार मिल चुके हंै, लेकिन सिवाय आश्वासन के अभी तक कुछ नहीं मिला है। पुलिस द्वारा सुनवाई न किए जाने पर

उन्होंने बीते दिवस सिरसा में लगाए गए सीएम के जनता दरबार में भी अपनी आवाज उठाने के लिए शिकायत देने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें जनता दरबार में पुलिस द्वारा एंट्री भी नहीं करने दी गई। चहुंओर से निराश व हताश परिजनों ने अब राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि अगर वे न्याय नहीं दिला सकते तो उन्हें ईच्छा मृत्यु ही दे दो।