खौफनाक साजिश: सरपंच के भाई ने की प्रेमिका के पति की निर्मम हत्या, शव को घर में दफनाकर गड्डे पर बना डाला पक्का फर्श

Today Haryana, Panipat.खौफनाक साजिश
हरियाणा के पानीपत जिले से हत्या का ऐसा मामला सामने आया है जिसे जानने के बाद आप भी रह जायेंगे और सोचने पर मजबूर हो जायेंगे कि इंसान इस हद तक शैतान हो सकता है।
मामला पानीपत जिले के समालखा कस्बे के गांव पट्टीकल्याण का है जहां सरपंच के छोटे भाई ने प्रेमिका के पति की निर्मम हत्या कर दी और शव को घर के कमरे में दफना दिया। इतना ही नहीं शव दफनाने के बाद उपर से पक्का फर्श भी डलवा दिया ताकि कोई उसे तक कभी पहुंच ना सके और हत्या का ये राज राज ही रहे।
ऐसे हुआ हत्या का खुलासा
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी परवीन ने खुद अपने बड़े भाई जो कि गांव का सरपंच है उसका बताया कि उसने एक शख्स की हत्या की है। इसके बाद सरपंच ने खुद थाने जाकर पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने आरोपी परवीन को गिरफ्तार कर पूछताछ की और परवीन ने अपना गुनाह कबूल लिया साथ ही ये भी बताया कि उसने शव को कहां और कैसे ठिकाने लगाया है।
आरोपी ने ये भी बताया कि उसका मृतक की पत्नी के साथ अफेयर चल रहा था और इस बात को मृतक रवि जानता था। रवि आरोपी को ब्लैकमेल भी करता था और पैसों की मांग करता था।
पुलिस ने शव किया बरामद
ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में फर्श को उखड़वाया। पूरे मामले की वीडियोग्राफी की गई। जमीन के भीतर से शव को बरामद किया और सिविल अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी।
ऐसे दिया हत्या को अंजाम
समालखा थाना प्रभारी को आरोपी प्रवीन ने बताया कि उसने 11 दिसंबर को रवि को शराब पीने के बहाने बुलाया और शराब में 5 नशे की गोलिया मिलाकर रवि को पिला दिया। इसके बाद भारी चीज से रवि के उपर वार किये जिससे रवि की मौके पर ही मौत हो गई। शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने घर के अंदर ही उसे दफना दिया और उपर फर्श डाल दिया।
करीब 15 दिन पहले रची हत्या की साजिश
पुलिस ने बताया कि रवि की हत्या की साजिश करीब 4 दिसंबर से पहले ही रची गई थी। इसके बाद दो बेटियों के पिता आरोपी प्रवीन ने अपनी पत्नी को गाजियाबाद के लोनी स्थित मायका भेज दिया था।
वहीं, रवि की पत्नी भी पीलिया की दवाई लेने के बहाने मायका चली गई थी। 12 दिसंबर को ही वह लौटी और परिजनों के साथ मिलकर रवि को तलाशने में जुट गई। वहीं, आरोपी ऐसे खुलेआम घूमने लगा, जैसे उसने कुछ किया ही न हो।