todayharyana

उंगली का छल्ला निकाल चढ़ा दिया प्राइवेट पार्ट पर, कैदी को इस बचकानी हरकत का भोगना पड़ा मोटा हर्जाना

कोशिश करने के बाद भी छल्ला नहीं निकला और कैदी की पेशाब
 | 
उंगली का छल्ला निकाल चढ़ा दिया प्राइवेट पार्ट पर, कैदी को इस बचकानी हरकत का भोगना पड़ा मोटा हर्जाना

कोशिश करने के बाद भी छल्ला नहीं निकला और कैदी की पेशाब रुक गई

 फिरोजाबाद जिले में एक 65 साल के कैदी ने बचकानी हरकत कर दी। उसने जबरन अपने प्राइवेट पार्ट पर छल्ला चढ़ाकर खुद को मुसीबत में डाल लिया। कैदी ने अपनी उंगली में से छल्ला निकाल कर अपनी जान मुसीबत में डाली कैदी को हंसी हंसी में की इस हरकत का बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा. छल्ले के वापस ना निकलने पर कैदी की जान पर बनाई और उसकी हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई। जेल में बंद हत्या के आरोपी कैदी ने एक बचकानी हरकत की है. उसकी इस हरकर से अब उसकी जान पर ही बन आयी है.

 इसके बाद कोशिश करने के बाद भी छल्ला नहीं निकला और कैदी की पेशाब रुक गई. इसके बाद आनन-फानन में पीड़ित को अस्पताल रेफर किया गया, जहां उसका छल्ला निकाला गया.

फिरोजाबाद जिला कारागार में बंद कैदी शाहिर अली (65 साल) हत्या का आरोपी है. अदालत उसे सजा भी सुना चुकी है. शाहिर अली अन्य बंदियों के साथ बैरक में ही बंद है. लेकिन शुक्रवार की रात को उसे पता नहीं क्या सनक छूटी कि उसने अपनी उंगली पर पहने जाने वाले लोहे के छल्ले को जबरन ही प्राइवेट पार्ट पर चढ़ा लिया.

कुछ समय तक तो कैदी ने खुद ही छल्ले को निकालने का प्रयास किया लेकिन असफल रहा. कई घंटे तक छल्ला न निकलने पर कैदी की पेशाब बंद हो गई.

जेल प्रहरियों ने इस मामले की जेल सुपरिटेंडेंट को जानकारी दी गई. कैदी की गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत ही उसे पहले सरकारी ट्रॉमा सेंटर लाया गया, लेकिन यहां डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए पीड़ित को मेडिकल कॉलेज आगरा रेफर कर दिया.

आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के प्रयास के बाद उसके प्राइवेट पार्ट से लोहे का छल्ला निकाला गया और उसके बाद कैदी को जिला कारागार में दोबारा लाया गया.

जेलर आनंद कुमार के मुताबिक, कैदी ने अपने प्राइवेट पार्ट पर उंगली पर पहने जाने वाला छल्ला चढ़ा लिया था. उसे आगरा रेफर किया गया. आगरा में डॉक्टर ने छल्ला निकाल दिया है. अब कैदी की हालात ठीक है. वापस उसे जिला कारागार में बंद कर दिया गया है.