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नरमा कुरंड खोलें या फिर दुबारा बिजाई करनी पड़ेगी ?

Will you open soft furrows or will you have to sow again?
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नरमा कुरंड खोलें या फिर दुबारा बिजाई करनी पड़ेगी ?

Today Haryana: खराब मौसम के चलते किसानों ने नरमा की लगभग 70 प्रतिशत समय पर बिजाई कर ली है। नरमा की बिजाई 15 मई तक पूरी हो जाएगी। बेमौसम बारिश होने से नरमे की अंकुरित फसल कुरंड होने से किसानों को काफि नुकसान हुआ है। कृषि अधिकारियों के मुताबिक कपास की बिजाई का 15 अप्रैल से 15 मई तक उपयुक्त समय रहता है। इस अवधि में बिजाई करने से उत्पादन अच्छा होता है। यदि किसान 15 मई तक बिजाई करते हैं तो उत्पादन प्रभावित होने की संभावना कम रहती है। जून में उच्च तापमान होने से बीज पूरे अंकुरित नहीं हो पाते। उत्पादन प्रभावित होने की आशंका रहती है। अब प्रभावित किसान फिर से बिजाई कर रहे हैं या फिर कुरंड खोले यह किसानों के लिए बड़ी समस्या है। पुरी जानकारी के लिए लेख के अंत तक बने रहें।  

प्रगतिशील किसानों कि माने तो कुरंड का फायदा भी है और नुकसान भी है। किसानों का कहना है कि अगर नरमा बिजाई के बाद अगर हल्की बारिश आ जाती है और नरमा कुरंड भी हो जाता है। जैसे लग रहा हो कि नरमा कुरंड खलने के लायक है तो किसानों को घबराने की जरूरत नही है। वह किसान आसानी से कुरंड को खोल सकता है। इतना ही नही किसानों का मानना है कि अगर कुरंड खुला हुआ नरमा सही अंकुरित हो जाता है तो वह फसल अत्यधिक उत्पादन देती है। इसलिए नरमा हल्का कुरंड हुआ है तो किसानों को कोई नुकसान नही बल्कि इससे फायदा ही होगा। 

वहीं दूसरी तरफ प्रगतिशील किसानों का मानना है कि अगर नरमा की फसल अधिक कुंरड हो गई और खेत में बारिश का पानी कई दिन तक खड़े रहने की संभावना है तो वही किसान नरमा कुरंड खोलने का इंतजार न करंे वह किसान पानी सुखने के बाद तुरंत बाद नरमा की बुवाई दोबारा से कर दें ताकि किसानों को अपना समय व्यर्थ न करें। प्रगतिशील किसानों का कहना है कि नरमा अत्यधिक कुरंड होने के बाद एक तो खरपतवार बहुत होती है और पौधे भी बहुत कम अंकुरित होते है। इसलिए नरमा अधिक कुरंड होने का नुकसान भी है। 

किसानों की पीड़ा.. 

पीड़ित किसानों का कहना है कि आंधी के हुई बारिश से बीज अंकुरित होने से पहले ही खराब हो गया। फसल कुरंड हो गई। अब दोबारा बिजाई करने से प्रतिबीघा 2 हजार रुपए का नुकसान सहना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि बिजाई के दौरान मौसम के खराब हो जाने से बिजाई 30 मई तक पूरी हो पाएगी। किसानों का कहना है कि नरमा की बिजाई करने के लिए वही खर्चा दोबारा से उठाना पड़ेगा। बिजाई लेट होने की वजह से नरमा का बीज कम अंकुरित होगा।