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आज का सरसों का भाव: सरसों के बाजार में तेजी, विदेशी बाजारों में उच्च मूल्य का कारण

Today's mustard price: Mustard market boom, reason for high price in foreign markets
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सरसों भाव

आज का सरसों का भाव: सरसों के बाजार में तेजी, विदेशी बाजारों में उच्च मूल्य का कारण

Today Haryana : आज के विकसित व्यापारी दुनिया में, खेती और खेतीबाड़ी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। भारत में सरसों की खेती एक महत्वपूर्ण फसल है, जिसका उपयोग खाद्य उत्पादों के साथ-साथ तेल के उत्पादन में भी होता है। आज के बाजार में सरसों की मूल्य तेजी से बढ़ रही है, जिसमें विदेशी बाजारों में उच्च मूल्य का असर भी दिख रहा है।

विदेशी बाजारों में उच्च मूल्य का कारण

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाम और सोया तेल के भाव में तेजी के आने से सरसों के बाजार में भी उच्चतम मूल्य की उम्मीद है। मलेशिया के पाम तेल के निर्यात में 19 से 22% की बढ़ोतरी हुई है और शिकागो में सोया तेल के भाव भी उच्च हो रहे हैं। यह विदेशी बाजारों में तेलों के मूल्य में वृद्धि का कारण बन रहा है, जिससे सरसों के बाजार में भी सुधार आएगा।

घरेलू बाजार में सुधार की उम्मीद

आगामी समय में भी सरसों में मजबूती की संकेत है। विशेषज्ञों के अनुसार, विदेशी बाजारों में मूल्य की वृद्धि के साथ ही घरेलू बाजार में भी सुधार आने की संभावना है। यह सरसों किसानों के लिए एक अच्छी खबर है और उनके उत्पादों के मूल्यों में वृद्धि की स्थिति को मजबूती देगा।

आज का सरसों का भाव: बाजार के दाम

निम्नलिखित हैं कुछ बाजारों में सरसों के वर्तमान भाव:

बाजार    भाव
बरवाला    5350
गंगापुर    5625
अलवर अदाणी    5950
बूंदी अदाणी    5950
गोयल कोटा    5850

 

नदबाई    5611
डीग    5611
नगर    5611
कुम्हेर    5611
कमन    5611
लाखनी    5000/5255
थराद    5000/4900
धनेरा    5000/5225

 

नैनावा    5100/5530
पीलुडा    5250/5425
विसनगर    5250/5400
पंथवाड़ा    5200/5275
गुंदरी    5175/5275
भरतपुर    5611
दीसा    5100/5185
पाटन    5050/5325
हिसार    5300/5500

इस तालिका से सरसों के विभिन्न बाजारों में मूल्य दर्शाया गया है। यह जानकारी किसानों को बाजार की स्थिति के बारे में सही जानकारी प्रदान करने में मदद करेगी।
 

इस प्रकार, विदेशी बाजारों में उच्च मूल्य के साथ सरसों के बाजार में तेजी आ रही है। खेती और खेतीबाड़ी के क्षेत्र में यह एक बड़ी सफलता है जो किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती देगी। आने वाले समय में और भी सुधार की संभावना है, जिससे सरसों किसान और उनकी फसलों को और भी बेहतर मौके मिलेंगे।