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स्वदेशी गो संवर्धन योजना: गायों की ख़रीद पर सब्सिडी के साथ बीमा और परिवहन का भी आवास

Swadeshi Cow Promotion Scheme: Subsidy on purchase of cows along with insurance and transportation.
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गायों की ख़रीद पर सब्सिडी के साथ बीमा और परिवहन का भी आवास

स्वदेशी गो संवर्धन योजना: गायों की ख़रीद पर सब्सिडी के साथ बीमा और परिवहन का भी आवास

Today Haryana: आधिकारिक शासन आदेश के अनुसार, स्वदेशी गो संवर्धन योजना के तहत राजस्थान सरकार ने मुख्यमंत्री स्वदेशी गो संवर्धन योजना की शुरुआत की है। इस प्रमुख पहल का उद्देश्य देश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन करना और स्वदेशी गो क़िस्म की गायों की संरक्षण करना है।
 
यह योजना स्वदेशी नस्ल की गायों के पालन को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई है। योजना के तहत, योग्य उम्मीदवारों को 80 हजार रुपये तक की सब्सिडी प्रदान की जाएगी ताकि वे उन्नत नस्ल की गायों को खरीद सकें। इसके साथ ही, वे अन्य राज्यों से गाय ख़रीदने के लिए आसानी से अनुमति प्राप्त कर सकेंगे जो परिवहन के खर्च को कवर करेगी।
 
इस योजना के अंतर्गत, गायों की ख़रीद के साथ ही उनके पशु बीमा और ट्रांजिट बीमा करवाने की भी व्यापक सुविधा होगी। ख़ासकर नए पालकों के लिए, यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक सुरक्षा प्रदान करेगा। तीन वर्ष की अवधि के लिए पशु बीमा और ट्रांजिट बीमा की अनिवार्यता होने के साथ ही, बीमा प्रीमियम का खर्च भी सब्सिडी के तहत होगा।
 
यह योजना उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए एक अद्वितीय अवसर प्रदान करती है। गाय पालन से जुड़े व्यक्तियों को सब्सिडी के साथ साथ बीमा और परिवहन की भी सुविधाएँ मिलेंगी, जो उनके लिए एक सुरक्षित और सहयोगपूर्ण उद्यमिता का परिचय हो सकता है।
 
स्वदेशी गो संवर्धन योजना राजस्थान सरकार के नए दिशानिर्देशों का प्रतीक है, जो गायों के पालन को स्थायी और आर्थिक रूप से लाभप्रद बनाने का उद्देश्य रखते हैं। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करते हुए साथ ही देश के दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने की महत्वपूर्ण कदम है।

नोट: उपयुक्त जानकारी की पुष्टि के लिए आधिकारिक स्रोतों की सुनिश्चित करें।

यह लेख स्वदेशी गो संवर्धन योजना के बारे में है, जिसमें गायों की सब्सिडी, बीमा और परिवहन के विवरण दिए गए हैं। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखती है।