कामयाबी: धान की फसल तैयार होगी बिना पनीरी के, ट्रायल सफल
इसका मतलब है कि इस फसल के लिए अब अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होगी
Sep 6, 2023, 15:05 IST
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हिमाचल प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबर है। अब उन्हें उन इलाकों में भी धान की फसल लगाने की इजाजत होगी, जो कृषि बारिश पर निर्भर होते हैं। इसका मतलब है कि इस फसल के लिए अब अधिक पानी की आवश्यकता नहीं होगी। धान के बोने जाने पर किसानों को न तो पनीरी तैयार करनी पड़ेगी और न ही गादयुक्त पानी में रोपने की जरूरत होगी। इस फसल को बोने जाने से ही खेतों में तैयार हो जाएगी। इसका प्रायोग तौर पर सफल रहा है, और अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले साल से ही किसानों को इस फसल के बीज आवंटित किए जाएंगे।
इस प्रयास का मक़सद:
- कृषि विभाग ने धान की पैदावार बढ़ाने और असिंचित क्षेत्रों में इस फसल को तैयार करने के लिए विभिन्न किस्मों के बीजों का प्रयोग किया है।
- इसका ट्रायल भगाणी स्थित फार्म में उपलब्ध भूमि पर किया गया है।
कैसे हुआ प्रायोग?
- भगाणी स्थित फार्म पर करीब 1.5 हेक्टेयर ज़मीन पर कई किस्मों के धान के बीज बोए गए हैं।
- इसमें पनीरी तैयार करने की आवश्यकता नहीं है, फसल तैयार होने के बाद ही इसके बीज किसानों को बांटे जाएंगे।
किसानों के लिए बड़ा फ़ायदा:
- इस प्रयास से किसानों को फसल लगाने के लिए पनीरी तैयार करने की चिंता से मुक्ति मिलेगी।
- पानी की अधिक आपूर्ति की आवश्यकता नहीं होने से इससे स्थानीय पानी की बचत होगी।
आगामी कदम:
- इस सफल प्रायोग के बाद, अब किसानों को इस फसल के तैयार होने के बाद बीज उपलब्ध किए जाएंगे।
इस नए प्रयास से हिमाचल प्रदेश के किसानों को फसल लगाने में और अधिक सुविधा मिलेगी और पानी की बचत होगी, जिससे कृषि क्षेत्र में सुधार हो सकता है।