PMFBY Yojna: किसानों ने ली राहत की सांस, बीमा कम्पनियों ने फसल बीमा और मुआवजा के डाले पेसे, नही आये पेसे तो यहा करे शिकायत

PMFBY Yojna: किसानों ने ली राहत की सांस, बीमा कम्पनियों ने फसल बीमा और मुआवजा के डाले पेसे, नही आये पेसे तो यहा करे शिकायत
Today Haryana : नई फसल बीमा कंपनियों द्वारा किए जा रहे गड़बड़ी को संज्ञान में लेते हुए। किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया है PMFBY योजना कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि 10 दिन में आएगा फसल बीमा और कंपनियों के द्वारा निर्धारित समय में पैसा जारी नहीं किया जाता तो कंपनियों को लगाया जाएगा जुर्माना।ओलावृष्टि हुए बारिश से खराब हुई फसलें, फ़सल बीमा जारी
जिन किसानों की फसलें बीते साल 2022 खरीफ सीजन में बारिश और ओलावृष्टि के कारण खत्म हो गई थी। उन सभी किसानों के खातों में जल्द से जल्द (PMFBY Yojna) फ़सल बीमा कंपनियों को कहा है कि बीमा राशि 10 दिन के अंदर डाल दी जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं चलेगी कृषि मंत्री द्वारा कहा गया है कि अगर निर्धारित समय में राशि नहीं डाली जाती है तो 10% तक का ब्याज भी कंपनियों किसानों के खाते में डालना होगा।
2. बीमा कंपनियां नहीं कर रही राशि वितरण
काफी समय से बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसल की बीमा राशि का इंतजार हरियाणा के किसान कर रहे हैं। लेकिन फ़सल बीमा कंपनियां लापरवाही कर रही है। (PMFBY Yojna) अब तक किसानों के खाते में फ़सल बीमा राशि नहीं डाली गई है। जिसको लेकर हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने एक्शन लिया है।
3. इन कंपनियों द्वारा हो रही लापरवाही
हरियाणा के जिन किसानों ने pmfby प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कटवाया। उन्हें अभी तक फसल बीमा प्राप्त नहीं। मुआवजे के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों की स्टैंड हैंड बैठक हुई जिसमें यह जानकारी मिली है कि तीन कंपनियों द्वारा फ़सल बीमा राशि वितरित करने में लापरवाही की जा रही है।
4. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए सरकार पहले ही दे चुकी है सब्सिडी ।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि काफी समय पहले ही सरकार ने खरीफ सीजन 2022 में हुई बारिश व ओलावृष्टि में फसल खराबे के सब्सिडी बीमा कंपनियों को सरकार दे चुकी है। लेकिन फ़सल बीमा कंपनियों के द्वारा अभी तक किसानों के खातों में बीमा राशि नहीं डाली गई है। जिसके चलते कृषि मंत्री नाराज है, और उन्होंने कहा है कि 10 दिन के अंदर अंदर किसानों के खातों में बीमा राशि डाल दी जाए नहीं तो कंपनियों पर पेनल्टी लगाई जाएगी।
5. किसानी होती है जोखिम भरी
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही कंपनियों के द्वारा की गई तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसानी काफी जोखिम भरी होती है हम अच्छे से जानते हैं। पहले से ही किसान की हालत काफी खराब है। अपनी हालत को लेकर के जैसे तैसे खेती करता है। मौसम की मार घर की परिस्थितियों को लेकर किसान टूट जाता है। कृषि मंत्री ने कहा है कि अगर निर्धारित समय से पहले 10 दिन के अंदर किसानों की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY Yojna) के तहत फसल