todayharyana

लहसुन की जैविक खेती: 6 महीने में बंपर मुनाफा, जानिए खेती का सही तरीका

Organic farming of garlic: bumper profit in 6 months, know the right way of farming
 | 
Organic farming of garlic: bumper profit in 6 months, know the right way of farming

लहसुन की जैविक खेती: 6 महीने में बंपर मुनाफा, जानिए खेती का सही तरीका

Today Haryana : लहसुन भारतीय रसोई में एक महत्वपूर्ण मसाला है जिसका उपयोग स्वाद और खुशबू को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, लहसुन में पाये जाने वाले एलसिन नामक तत्व के कारण इसकी तीखापन और गंध होती है। यह न केवल खाने में स्वाद बढ़ाता है, बल्कि आयुर्वेद में भी इसके औषधीय गुणों का महत्वपूर्ण स्थान है।

जैविक लहसुन की खेती के फायदे
लहसुन की जैविक खेती किसानों को अनेक फायदे प्रदान कर सकती है:

स्वास्थ्य के लिए उपयोग: जैविक लहसुन की उपज से मिलने वाला लहसुन आयुर्वेदिक औषधियों में उपयोग होता है जिससे पेट की बीमारियों से लेकर नपुंसकता, ब्लड प्रेशर, और कैंसर जैसी बीमारियों से निपटने में मदद मिल सकती है।

बढ़ती मांग: लहसुन की जैविक उत्पादन मांग में वृद्धि कर सकती है, क्योंकि आजकल लोग ऑर्गेनिक और प्राकृतिक उत्पादों की तरफ आकर्षित हैं।

बेहतर भूमि स्वास्थ्य: जैविक खेती में प्राकृतिक खाद और कीटनाशकों का उपयोग होता है जिससे भूमि की स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है।

जैविक तरीके से लहसुन की खेती
लहसुन की जैविक खेती के लिए निम्नलिखित तरीके का पालन करें:

खेत की तैयारी: खेत की तैयारी में हरी खाद और जैविक खाद का प्रयोग करें। मिट्टी को अच्छे से तैयार करने के लिए जैविक मैकोजेबिकार्बेंडिजम दवा का उपयोग करें।

बुवाई की तकनीक: लहसुन की बुवाई को मेढ़ बनाकर करें और किसान कूडो, छिड़काव या डिबलिंग तरीके से कर सकते हैं।

खेतों की देखभाल: नियमित जीवामृत और जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करें ताकि पेड़ों की सुरक्षा हो सके और उत्पादन बेहतर हो।

हार्वेस्टिंग: जब पेड़ की पत्तियां पीली पड़ने लगें तो लहसुन की गांठों की खुदाई करें और खुदाई के बाद छायादान में सुखाएं।

लहसुन की जैविक खेती से लाखों की कमाई
लहसुन की जैविक खेती से किसान 5 से 6 महीनों में बंपर मुनाफा कमा सकते हैं। जैविक उत्पादों की मांग बढ़ती जा रही है, जिससे इस खेती से अच्छा मुनाफा हासिल किया जा सकता है।
लहसुन की जैविक खेती किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है। यह न केवल मार्केट में मांग बढ़ाता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। जैविक तरीकों से खेती करके किसान न सिर्फ अमीरी प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि प्राकृतिक और स्वस्थ उत्पादों की उत्पन्नता में भी योगदान कर सकते हैं।