यदि आपकी जमीन पर किसी ने कर रखा है कब्जा, बिना झगड़े इस तरीके से कराएं खाली

यदि आपकी जमीन पर किसी ने कर रखा है कब्जा, बिना झगड़े इस तरीके से कराएं खाली
Today Haryana: देश में जमीन पर अतिक्रमण और अवैध कब्जे से जुड़े कई मामले अदालतों में लंबित हैं. पीड़ित लोग आए दिन इन मामलों को लेकर कोर्ट का रूख करते हैं. शहर से लेकर गांव तक, खेती की जमीन से लेकर रिहायशी प्लॉट पर लोगों को अतिक्रमण और अवैध कब्जे का डर सताता रहता है. पिछले कुछ वर्षों में जमीनों के कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी होने से इस तरह के मामले तेजी से बढ़े हैं. अगर आप भी जमीन से जुड़े इस तरह के विवाद से बचना चाहते हैं तो कुछ तैयारियां पहले ही कर लेना चाहिए ताकि ऐसे मामलों का सामना करने की नौबत ही नहीं आए ।
भारत में जमीन पर अवैध कब्ज़ों और अतिक्रमणों से जुड़े मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। यदि आप भी अपनी संपत्ति को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित तरीकों का पालन करें:
1. जमीन की सीमा का प्रतिबंधन
आपकी संपत्ति की सीमाओं को बाड़ या बाउंड्री वॉल से प्रतिबंधित करने से अवैध अतिक्रमण का खतरा कम हो जाता है। बीच में एक बोर्ड लगाकर अपने नाम का उल्लेख करें, जो आपकी स्वामित्व सुनिश्चित करता है।
2. चौकीदार की नियुक्ति
यदि आपकी संपत्ति दूर शहर में स्थित है, तो आपको चौकीदार की नियुक्ति करना चाहिए। यह आपकी संपत्ति की सुरक्षा में मदद करेगा और आपके अभ्यासित चौकीदार अपनी नजर रखकर रहेंगे।
3. संपत्ति का पंजीयन
जब भी आप कोई संपत्ति खरीदते हैं, तो उसका पंजीयन सब रजिस्ट्रार कार्यालय में करवाएं। यह आपके स्वामित्व को कानूनी दस्तावेज़ों से साबित करेगा।
4. निर्माण कार्य के बाद कार्यवाही
यदि आपने निर्माण कार्य कराया है, तो उसके बाद भी सुरक्षा के लिए कदम उठाएं। सिक्योरिटी गार्ड या किरायेदार को रखने से पहले, वकील की सलाह से सभी आवश्यक दस्तावेज़ तैयार करें।
5. लीज एग्रीमेंट का नवीनीकरण
मौजूदा शर्तों पर लीज एग्रीमेंट का नवीनीकरण करना महत्वपूर्ण है। यह आपकी संपत्ति की सुरक्षा को बढ़ावा देगा और आपके अधिकारों की सुरक्षा करेगा।
अपनी संपत्ति की सुरक्षा आपके हाथ में है। उपरोक्त तरीकों का पालन करके आप अवैध कब्ज़े और अतिक्रमण से बच सकते हैं और आपकी संपत्ति को सुरक्षित रख सकते हैं।
ध्यान दें: आपकी स्थिति और कानूनी प्रक्रियाएँ विभिन्न हो सकती हैं, इसलिए वकील की सलाह जरूर लें।
यदि आप अपनी संपत्ति की सुरक्षा के बारे में और जानकारी चाहते हैं, तो विशेषज्ञ की सलाह लें और उपयुक्त कदम उठाएं।