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एचएयू यूनिवर्सिटी को सरसों अनुसंधान सेंटर से मिला बेस्ट अवार्ड, किसानों के लिए तैयार की दो बेहतर किस्में, जानें कौन सी वैरायटी हैं

विश्वविद्यालय के तिलहन वैज्ञानिकों की टीम ने हाल ही में सरसों की दो नई उन्नत किस्मों, र 1424 और 1706 का विकास किया है
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हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (हौव) को सरसों अनुसंधान और विकास क्षेत्र में बेहतर योगदान के लिए सर्वश्रेष्ठ अवार्ड से सम्मानित किया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बी आर कंबोज ने बताया कि यह अवार्ड अखिल भारतीय राया और सरसों अनुसंधान कार्यकर्ताओं की बैठक में जम्मू में आयोजित अखिल भारतीय राया और सरसों अनुसंधान कार्यकर्ताओं की बैठक में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष महानिदेशक डॉक्टर राजीव संजीव कुमार गुप्ता द्वारा प्रदान किया गया है।

उन्नत किस्मों का विकास

विश्वविद्यालय के तिलहन वैज्ञानिकों की टीम ने हाल ही में सरसों की दो नई उन्नत किस्मों, र 1424 और 1706 का विकास किया है। इन दोनों किस्मों में सरसों की पैदावार और तेल की मात्रा में बेहतरीन परिणाम मिल रहे हैं। ये किस्में सरसों उगाने वाले किसानों के लिए बहुत ही सहायक साबित हो सकती हैं।

किसानों के लिए एक नई उम्मीद

यह उन्नत किस्में किसानों के लिए एक नई उम्मीद है, जिन्हें अपनी खेती को मानवाधिकारी और आर्थिक दृष्टिकोण से सुधारने का अवसर मिलेगा।

अनुसंधान का महत्व

विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉक्टर जीतराम शर्मा ने उम्मीद जताई कि इन नई सरसों किस्मों का विकास किसानों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। वे आगे भी गुणवत्ता तेल अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करेंगे।

इस सम्मान से हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की सरसों अनुसंधान में किए गए उत्कृष्ट काम को प्रमोट किया गया है और किसानों के लिए एक नई उम्मीद का संकेत मिला है। यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो सरसों की खेती करते हैं और अब बेहतर उत्पादन की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।