बीमा कंपनियों को लाभ पहुंचाना चाहती है सरकार: प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा
Government wants to benefit insurance companies: Prahlad Singh Bharukheda
Aug 10, 2023, 13:44 IST
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बीमा कंपनियों को लाभ पहुंचाना चाहती है सरकार: प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा
चेतावनी, समय रहते नहीं दिया बीमा क्लेम तो होगा बड़ा आंदोलन
Today Haryana : सिरसा। संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने गांव नारायण खेड़ा में किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार किसान विरोधी काम कर रही है। हरियाणा सरकार बीमा कंपनी को लाभ पहुंचाने का काम कर रही है।
बीमा क्लेम पर कंपनी द्वारा ऑब्जेक्शन लगाया गया है कि कृषि विभाग द्वारा बनाई गई बीमा क्लेम की रिपोर्ट गलत है, जबकि कृषि विभाग सरकारी विभाग है। सरकार द्वारा प्राइवेट कंपनी चिह्नित की है, जबकि सरकार की खुद की बीमा कम्पनी उसके बावजूद प्राइवेट कम्पनी से फसल बीमा करवाया जाता है, क्योंकि फसल बीमा में बहुत बड़ा मुनाफा होता है,
इसलिए सरकार में बैठे लोग कंपनियों के साथ सांठ गांठ करके कंपनियों से बीमा करवाने के बदले मोटा पैसा वसूल करते हैं और कम्पनी फिर अपनी मन मर्जी करती है और किसानों को फसल बीमा क्लेम सही से नहीं दिया जाता, न ही समय पर क्लेम मिलता है।
सिरसा जिला में 2022 का फसल बीमा क्लेम के लिए किसानों को संघर्ष करना पड़ रहा है और सिरसा के सरकार में उप मुख्यमंत्री, बिजली मंत्री हंै, 4 विधायक भी है। दुष्यन्त चौटाला किसानों के हित ी बात करते हंै, किसान हितैषी बोलते हैं, लेकिन खुद के गृह जिले में किसान जान जोखिम में डाले हुए टंकी पर चढ़े हुए हैं, इनकी सुध नहीं ले रहे।
सरकार द्वारा कंपनी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है। किसानों की तरफ से सरकार की जिम्मेवारी बनती है। किसानों का पक्ष रखने के लिए सरकार द्वारा बनाया गया उपभोक्ता निवारण समिति में कंपनी ने अपील की है। सरकार उसका जवाब दे और किसानों के हक में फैसला करवाने का काम जल्दी करे, अन्यथा ये आंदोलन बहुत बड़े स्तर पर जाएगा और सरकार के लिए मुसीबत का कारण बनेगा।
चेतावनी, समय रहते नहीं दिया बीमा क्लेम तो होगा बड़ा आंदोलन
Today Haryana : सिरसा। संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने गांव नारायण खेड़ा में किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार किसान विरोधी काम कर रही है। हरियाणा सरकार बीमा कंपनी को लाभ पहुंचाने का काम कर रही है।
बीमा क्लेम पर कंपनी द्वारा ऑब्जेक्शन लगाया गया है कि कृषि विभाग द्वारा बनाई गई बीमा क्लेम की रिपोर्ट गलत है, जबकि कृषि विभाग सरकारी विभाग है। सरकार द्वारा प्राइवेट कंपनी चिह्नित की है, जबकि सरकार की खुद की बीमा कम्पनी उसके बावजूद प्राइवेट कम्पनी से फसल बीमा करवाया जाता है, क्योंकि फसल बीमा में बहुत बड़ा मुनाफा होता है,
इसलिए सरकार में बैठे लोग कंपनियों के साथ सांठ गांठ करके कंपनियों से बीमा करवाने के बदले मोटा पैसा वसूल करते हैं और कम्पनी फिर अपनी मन मर्जी करती है और किसानों को फसल बीमा क्लेम सही से नहीं दिया जाता, न ही समय पर क्लेम मिलता है।
सिरसा जिला में 2022 का फसल बीमा क्लेम के लिए किसानों को संघर्ष करना पड़ रहा है और सिरसा के सरकार में उप मुख्यमंत्री, बिजली मंत्री हंै, 4 विधायक भी है। दुष्यन्त चौटाला किसानों के हित ी बात करते हंै, किसान हितैषी बोलते हैं, लेकिन खुद के गृह जिले में किसान जान जोखिम में डाले हुए टंकी पर चढ़े हुए हैं, इनकी सुध नहीं ले रहे।
सरकार द्वारा कंपनी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है। किसानों की तरफ से सरकार की जिम्मेवारी बनती है। किसानों का पक्ष रखने के लिए सरकार द्वारा बनाया गया उपभोक्ता निवारण समिति में कंपनी ने अपील की है। सरकार उसका जवाब दे और किसानों के हक में फैसला करवाने का काम जल्दी करे, अन्यथा ये आंदोलन बहुत बड़े स्तर पर जाएगा और सरकार के लिए मुसीबत का कारण बनेगा।