गिगोरानी किसान की वर्णिका सहू फ्रूट नर्सरी को मिली थ्री स्टार रेटिंग: किसानों के लिए बड़ी खबर

गिगोरानी किसान की वर्णिका सहू फ्रूट नर्सरी को मिली थ्री स्टार रेटिंग: किसानों के लिए बड़ी खबर
नाथूसरी चोपटा, सिरसा: गांव गिगोरानी के किसान और पूर्व पंचायत समिति के पूर्व चेयरमैन, वीरेंद्र सहू ने बागवानी के क्षेत्र में अद्वितीय काम करते हुए अपने क्षेत्र का नाम पूरे देश में रौशन किया है। इन्होंने अपनी बेटी के नाम पर शुरू की गई "वर्णिका सहू फ्रूट नर्सरी" को राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड से थ्री स्टार रेटिंग प्राप्त की है। इसके परिणामस्वरूप, केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होने के कारण, किसानों को नर्सरी से पौधे खरीदने पर अनुदान प्रदान किया जाएगा।
एमए हिंदी पास किसान, वीरेंद्र सहू, ने बताया कि साल 2003-04 में 22 एकड़ भूमि में किन्नू के बाग और 8 एकड़ में ऑर्गेनिक अमरूद के बाग की शुरुआत की। "वर्णिका सहू फ्रूट नर्सरी" में, उन्होंने सीडलेस किन्नू, रेड ब्लड माल्टा, अर्ली गोल्ड माल्टा, कागजी नींबू, अमरूद, हिसार सफेदा, ताइवान पिंक, हिसार सुरखा, और अन्य कई किस्मों के पौधों को 12 राज्यों में भेज रहे हैं।
वीरेंद्र सहू ने बताया कि उनका किन्नू का बाग और ऑर्गेनिक अमरूद के बाग इजराइली तरीके से चालित होते हैं, जिससे किसानों को बड़ी आमदनी होती है। इस तरीके के बागवानी से मात्र 90 दिनों में प्रति एकड़ के हिसाब से 2 से 2.5 लाख रुपये की कमाई हो जाती है। वीरेंद्र सहू ने इसके अलावा, मौसम के अनुसार वे बैंगन, घीया, तोरी, टमाटर, लहसून, प्याज, गाजर, और अन्य सब्जियां भी उगाते हैं।
वीरेंद्र सहू वर्तमान में पर्यावरण के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए "समृद्धि" नामक मुहिम चला रहे हैं, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में बच्चों को मुफ्त फलदार और छायादार पौधे देने का कार्य किया जा रहा है।
महामहिम राज्यपाल की सराहना
हाल के दौरे में, सिरसा दौरे के दौरान, हरियाणा के राज्यपाल, बंगारू दतात्रेय ने नर्सरी में तैयार पौधों की सराहना की।
वीरेंद्र सहू को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, और उनके अद्वितीय कृषि प्रयासों को मान्यता दी गई है। इससे स्पष्ट होता है कि उन्होंने कृषि और बागवानी के क्षेत्र में अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है और किसानों के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है।
वीरेंद्र सहू की उपलब्धियों के साथ, किसानों के लिए नर्सरी से पौधे खरीदने पर अनुदान की यह सुनहरी समाचार है। उनके व्यापक और साझेदारी बागवानी कृषि क्षेत्र के लिए एक नया मिशन प्रस्तुत करते हैं और किसानों को अधिक सफलता प्राप्त करने में मदद करते हैं।