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किसान नरमे में गुलाबी सुंडी से परेशान, कृषि विभाग व हरियाणा सरकार कुंभकर्णी नींद सोए

Farmers are troubled by pink caterpillar, agriculture department and Haryana government sleep like Kumbhakarni
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जिले के कई गांवों में नरमे की फसल में गुलाबी सुंडी का प्रकोप

किसान नरमे में गुलाबी सुंडी से परेशान, कृषि विभाग व हरियाणा सरकार कुंभकर्णी नींद सोए

Today Haryana : सिरसा। भारतीय किसान एकता बीकेई टीम ने रानियां क्षेत्र के गांव बचेर, कालुआना, मम्मड़, केहरवाला सहित कई गांवों में जाकर नरमे की फसल का निरीक्षण किया, जो बद से बदतर है। नरमे के पौधे में हर एक टिंडे में गुलाबी सुंडी है। नरमे के पौधे में टिंडों की संख्या को देखते हुए अनुमानित उपज 12 से 15 क्विंटल प्रति एकड़ हो सकती थी, अगर गुलाबी सुंडी का प्रकोप ना होता। किसान पिछले कई सालों से आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है।

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साल 2007 में भारत में बीटी कॉटन के ट्रायल लगे थे। 2008-09 से बीटी कॉटन बीज की बिक्री हो रही है, जिसमें अमेरिकन सुंडी व तंबाकू वाली सुंडी के बचाव के लिए जिन डाला गया है, लेकिन साल 2018-19 से नरमे की फसल में गुलाबी सुंडी का प्रकोप शुरू हुआ है, जिसके लिए भारत सरकार ने आज तक कोई भी काम नहीं किया है।

Farmers are troubled by pink caterpillar, agriculture department and Haryana government sleep like Kumbhakarni

बीजेपी सरकार हर पक्ष से किसान विरोधी साबित हुई है, जिसकी वजह से किसान दिन प्रतिदिन आर्थिक मंदी में जा रहा है। सिरसा जिले में लगभग 292 गांवों में नरमे की फसल की बिजाई होती है। सिरसा जिले में लगभग 2 लाख 97 हजार हेक्टेयर में नरमे, कपास की बिजाई होती है। अबकी बार भी कई गांवों में नरमे की फसल में गुलाबी सुंडी का भयंकर प्रकोप है, लेकिन आज तक कृषि विभाग व सरकार ने किसानों की कोई सुध नहीं ली है। कृषि विभाग में कोई अधिकारी नहीं है।

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पिछले 3 महीने से गुणवता अधिकारी की पोस्टिंग नहीं हुई है। सिरसा जिले में 43 एडीओ की पोस्ट है, जो अब सिर्फ  चार एडीओ काम कर रहे हैं। बीजेपी सरकार जानबूझकर किसानों को बर्बाद करने में तुली हुई है। एक तरफ  तो सरकार स्वदेशी को बढ़ावा दे रही है, लेकिन किसानी के विषय में विदेशी पेस्टिसाइड कंपनियों का माफिया दिन प्रतिदिन हावी हो रहा है।

पेस्टिसाइड की गुणवत्त्ता और मूल्य पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। मनचाहे रेटों पर विदेशी कंपनियां किसानों को लूट रही है। इस मौके पर सुभाष झोरड़, हेतराम झोरड़, दलवीर, मांगेराम, सत्य प्रकाश, सुभाष मेंबर, जगदीश कुमार, कुलवंत सिंह, जगजीत सिद्धू, अजय भारी, हंसराज पचार मतूवाला सहित अन्य किसान नेता उपस्थित थे।