मूंगफली में पीलेपन का अटेक, बचाव के लिए किसान समय रहते कर दें यह छिड़काव, जानें कृषि विशेषज्ञों की राय

मूंगफली में पीलेपन का अटेक, बचाव के लिए किसान समय रहते कर दें यह छिड़काव, जानें कृषि विशेषज्ञों की राय
Today Haryana : हरियाणा। किसान फसलों में अधिक उत्पादन लेने के लिए दिन रात जदोजैहद किए हुए है। किसान फिलहाल नरमा-कपास, मूंगफली, ग्वार, मुंग-मौठ व धान की फसलों को पकाने के लिए कड़ी महनत कर रहें। इस महनत से किसान कि फसल अच्छी खासी दिखाई दे रही हैं। लेकिन बात कि जाए मुंगफली की तो मुंगफली की फसले दखने में काफि अच्छी दिखाई दे रही है। मुंगफली के पौधे दिन प्रति बढ रहे है फैलाव भी कर रहें। ऐसे में किसानों को सबसे बड़ी समस्या है कि मुंगफली के पौधे पीले हो रहें है, पीले होकर झड़ रहें है। यह समस्या किसानों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। इस समस्या के छुटकारा पाने के लिए किसान भाई क्या करें ताकि इस समस्या से निजात मिल सके।
आज के इस लेख में आज हम जानगें की इस समस्या कैसे निजात पाया जा सकेगा। यह समस्या किसानों की गंभीर समस्या है। पुरी जानकारी के लिए इस को ध्यान से पढें और कृषि विशेज्ञों की बातों को ध्यान से समझे।
आइये जानते है क्या कहते है कृषि अधिकारी
इसकी जानकारी देते हुए कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि मूंगफली में पीलापन होना किसानों के लिए गंभीर समस्या हैं। इसको दूर करने करने के लिए किसान को ध्यानपूर्वक व तुरंत प्रभाव से समाधान करना चाहिए। क्योंकि फिलहाल फसल पकने के कगार पर हैं। इस समय फसल में कोई रोग अटेक कर देता है तो उस फसल की पैदावार कम हो जाती है। उन्होने बताया कि क्षेत्र में मूंगफली फसल में पीलापन की समस्या के बढऩे पर चर्चा की गई। इस समस्या का मूल कारण लोह तत्व की कमी है। उन्होंनें कहा कि जिन खेतों में पीलापन की समस्या है उन खेतों में 0.5 प्रतिशत फैरस सल्फेट और 0.1 प्रतिशत नींबू के सत का घोल बनाकर मूंगफली की फसल में छिड़काव करना फायदेमंद होता है।
मूंगफली की पैदावार बढ़ाने के उपाय
निम्नलिखित उपायों की मदद से आप मूंगफली की पैदावार को बढ़ा सकते हैं:
1. फैरस सल्फेट और नींबू का सत
आपकी खेती क्षेत्र में पीलापन की समस्या का समाधान करने के लिएए आप फैरस सल्फेट और नींबू के सत का घोल तैयार करके मूंगफली की फसल में छिड़काव कर सकते हैं। इससे पौधों को आवश्यक लोह प्राप्त होगा और वे स्वस्थ रूप से विकसित हो सकेंगे।
2. उपयुक्त खाद्यान्न
सही मात्रा में उपयुक्त खाद्यान्न की पौधों के लिए आवश्यकता होती है। आपको पौधों की आवश्यकताओं के अनुसार उपयुक्त खाद्यान्न प्रदान करना चाहिए ताकि उन्हें आवश्यक पोषण मिल सके।
3. जल संवाद और जलवायु प्रबंधन
सही जल संवाद और जलवायु प्रबंधन भी मूंगफली की पैदावार को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। यदि आपके पास समय के अनुसार पानी प्रदान करने की व्यवस्था है और आप जलवायु परिवर्तन के प्रति सतर्क रहते हैंए तो पौधों की सही विकास प्रक्रिया हो सकती है।
मूंगफली की पैदावार को बढ़ाने के लिए उपयुक्त लोह तत्व का महत्वपूर्ण योगदान होता है। पीलापन की समस्या को समझने के बादए उपयुक्त उपायों का अन्वेषण करना आवश्यक है ताकि आप अच्छी पैदावार हासिल कर सकें। यदि आप उपरोक्त सुझावों का पालन करते हैंए तो आपकी मूंगफली की फसल में सुधार हो सकता है और आप बेहतर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।